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    कभी ₹1125 पर था Tata Capital का शेयर, फिर क्यों IPO में ₹326 में बेचने जा रही कंपनी; कहीं ये वजह तो नहीं

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 10:29 AM (IST)

    टाटा कैपिटल का आईपीओ (Tata Capital IPO) 6 अक्टूबर को खुलेगा और 8 अक्टूबर को बंद होगा। आईपीओ का लॉट साइज 46 शेयर है और प्राइस बैंड ₹310 से ₹326 तय किया गया है। कभी ग्रे मार्केट में इसका शेयर ₹1125 तक था लेकिन अब जीएमपी ₹27 है। साल 2025 टाटा ग्रुप के लिए अच्छा नहीं रहा है जिसके चलते शेयर के दामों में गिरावट आई है।

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    पिछले साल अप्रैल में 1125 रुपये पर था टाटा कैपिटल का शेयर

    नई दिल्ली। टाटा ग्रुप की टाटा कैपिटल का आईपीओ (Tata Capital IPO) जल्द खुलने जा रहा है। टाटा कैपिटल का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए सोमवार 6 अक्टूबर को खुलेगा और बुधवार 8 अक्टूबर को बंद होगा, जबकि एंकर निवेशक इसमें 3 अक्टूबर को अप्लाई कर सकेंगे।

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    टाटा कैपिटल के आईपीओ का लॉट साइज 46 इक्विटी शेयरों का है। यानी आप कम से कम 46 शेयर और फिर इतने ही शेयरों के लिए आवेदन कर सकेंगे। वहीं आईपीओ में प्राइस ₹310 से ₹326 तय किया गया है। पर क्या आप जानते हैं कि ग्रे-मार्केट या अनलिस्टेड मार्केट में एक समय टाटा कैपिटल के शेयर का दाम इसके आईपीओ प्राइस बैंड से 3 गुना से अभी अधिक था।

    1125 रुपये था एक समय रेट

    आम तौर पर निवेशक जब भी किसी आईपीओ में पैसा लगाते हैं, तो वो उसका जीएमपी यानी ग्रे-मार्केट प्रीमियम जरूर चेक करते हैं। उसी ग्रे-मार्केट में अप्रैल 2024 में टाटा कैपिटल का शेयर 1125 रुपये के रेट पर था। अनलिस्टेड जोन के अनुसार 1 जून 2025 तक भी इसके शेयर का रेट 1075 रुपये था।

    मगर फिर जून से ही टाटा कैपिटल का शेयर ग्रे-मार्केट में गिरने लगा।

    अब कितना है GMP

    इंवेस्टरगेन के अनुसार मंगलवार 30 सितंबर को टाटा कैपिटल का जीएमपी 27 रुपये है। अगर आईपीओ में शेयरों का प्राइस 326 रुपये फाइनल होता है, तो भी मौजूदा जीएमपी के आधार पर ये 8.5 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है। मगर लिस्टिंग तक जीएमपी में गिरावट या बढ़ोतरी हो सकती है।

    क्यों आई टाटा कैपिटल के शेयर प्राइस में गिरावट

    इसके असल कारणों के बारे में कुछ कहना तो मुश्किल है कि टाटा कैपिटल के शेयर प्राइस में गिरावट क्यों आई, मगर इतना जरूर है कि साल 2025 टाटा ग्रुप के लिए अच्छा नहीं रहा है। अमेरिकी वीजा का महंगा होना, जगुआर लैंड रोवर के उत्पादन को ठप करने वाले साइबर हमले और साल की शुरुआत में ही ट्रम्प के ट्रेड वॉर से टाटा ग्रुप के शेयर गिरे हैं।

    ये भी पढ़ें - रतन के बाद मुश्किल में Tata! साल 2025 में डूब गए ₹6.7 लाख करोड़; ऐसे कैसे चलेगा 157 साल पुराना कारोबारी साम्राज्य

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां एक आईपीओ की जानकारी दी गयी है, निवेश की सलाह नहीं। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)