SEBI ने IEX के स्टॉक्स में इनसाइडर ट्रेडिंग का किया खुलासा, 8 लोगों पर हुई कार्रवाई; ऐसे शेयर प्राइस में हुई हेर-फेर
सेबी ने आईईएक्स शेयर (IEX Share Price) इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में 8 लोगों पर कैपिटल मार्केट में एंट्री पर रोक लगाई है। इन पर 173 करोड़ रुपये से ज्यादा का गैर-कानूनी फायदा कमाने का आरोप है। सीईआरसी के एक फैसले के बाद आईईएक्स के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिसके बाद सेबी ने यह कार्रवाई की।

सेबी ने किया आईईएक्स में इनसाइडर ट्रेडिंग का खुलासा
नई दिल्ली। मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बुधवार को आठ लोगों पर कैपिटल मार्केट में एंट्री पर रोक लगा दी। आरोप है कि वे इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX Share Price) के शेयरों की इनसाइडर ट्रेडिंग में शामिल थे, जिससे 173 करोड़ रुपये से ज्यादा का गैर-कानूनी फायदा हुआ।
ऑर्डर में जिन लोगों के नाम हैं, उनमें भूवन सिंह, अमर जीत सिंह सोरन, अमिता सोरन, अनीता, नरेंद्र कुमार, वीरेंद्र सिंह, बिंदु शर्मा और संजीव कुमार शामिल हैं। हालांकि यह ऑर्डर अंतरिम है, लेकिन यह अगले ऑर्डर तक तुरंत लागू होगा।
कैसे की गयी इनसाइडर ट्रेडिंग
रेगुलेटर ने सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (CERC) के 23 जुलाई, 2025 के आफ्टर-मार्केट आवर्स के मार्केट कपलिंग पर दिए गए निर्देश के बाद IEX के शेयरों की कीमत में आई बड़ी गिरावट का संज्ञान लेते हुए, इनसाइडर ट्रेडिंग की खुद से शुरुआती जांच की।
मार्केट कपलिंग में एक यूनिफॉर्म मार्केट क्लियरिंग प्राइस पर पहुंचने के लिए अलग-अलग पावर एक्सचेंज से बिड्स की सेंट्रलाइज्ड मैचिंग शामिल है। इस कदम का मकसद अलग-अलग बिजली की कीमतों में कन्वर्जेंस लाना था। ऑर्डर में दिखाया गया कि CERC के ऑर्डर के अगले दिन 24 जुलाई को IEX के शेयर 29% से ज्यादा गिर गए।
तीन ऑपरेशनल पावर एक्सचेंज
भारत में अभी तीन ऑपरेशनल पावर एक्सचेंज हैं — IEX, PXIL, और HPX — जो प्रोड्यूसर, डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों और बड़े कंज्यूमर के बीच ट्रांसपेरेंट और एफिशिएंट बिजली ट्रेडिंग को संभव बनाते हैं। हालांकि तीनों ही डे-अहेड मार्केट (DAM), टर्म-अहेड मार्केट (TAM), रियल-टाइम मार्केट (RTM), और रिन्यूएबल एनर्जी सर्टिफिकेट (RECs) जैसे एक जैसे प्रोडक्ट ऑफर करते हैं।
लेकिन IEX का मार्केट पर दबदबा है, खासकर DAM सेगमेंट में, जिसमें अगले दिन डिलीवरी के लिए बिजली खरीदना और बेचना शामिल है। IEX की ज्यादा लिक्विडिटी इसे शॉर्ट-टर्म बिजली ट्रेडिंग में प्राइस डिस्कवरी के लिए प्राइमरी प्लेटफॉर्म बनाती है।
कैसे हुई शेयर के रेट में हेर-फेर
सेबी की जांच से पता चला कि 31 जुलाई, 2025 को एक्सपायर होने वाले PUT यूरोपियन (PE) ऑप्शन 22 जुलाई, 2025 को बढ़कर 65,212 हो गए और 23 जुलाई को CERC का ऑर्डर पब्लिक होने के बाद, IEX का शेयर प्राइस 29.6% गिरकर 24 जुलाई, 2025 को 132.32 रुपये पर बंद हुआ।
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किस रेट पर है शेयर
बुधवार को बीएसई पर आईईएक्स का शेयर 0.80 रुपये या 0.59 फीसदी की गिरावट के साथ 135.35 रुपये पर बंद हुआ। बीते 5 दिनों में ये 2.87 फीसदी फिसल चुका है।
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(डिस्क्लेमर: यहां शेयर की जानकारी दी गयी है, निवेश की सलाह नहीं। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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