मेहुल चौकसी की खबर से PNB के शेयरों में तेजी, लोन घोटाले के बाद 50% गिरे थे स्टॉक, भाव अब भी साल 2018 से नीचे
पंजाब नेशनल बैंक के शेयर 23 अक्तूबर को 2 फीसदी से ज्यादा चढ़ गए हैं। दरअसल, बेल्जियम की कोर्ट ने 13500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी को भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है। 22 अक्तूबर को आई इस खबर के बाद आज पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों में तेजी देखने को मिली।

23 अक्टूबर को इंट्रा डे में पंजाब नेशनल बैंक के शेयर 2 फीसदी तक उछले।
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों (PNB Share Price) में आज तेजी देखने को मिल रही है। वैसे तो इस सरकारी बैंक के शेयर पिछले कई दिनों से तेजी दिखा रहे हैं लेकिन 23 अक्तूबर को 2 फीसदी से ज्यादा चढ़ गए हैं। इसकी एक बड़ी वजह भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi Extradition) को भारत लाए जाने से जुड़ी है। दरअसल, बेल्जियम की कोर्ट ने 13500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी को भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है।
22 अक्तूबर को आई इस खबर के बाद आज पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों में तेजी देखने को मिली। यह बैंक शेयर 118.20 रुपये पर खुला और 120.20 रुपये का हाई लगा दिया। पीएनबी के शेयरों में दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद लगातार बढ़त देखने को मिल रही है। 20 अक्तूबर को यह बैंक शेयर करीब 4 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ था।
घोटाले के बाद गिरा था PNB का शेयर
साल 2018 में मेहुल चौकसी के लोन घोटाले का खुलासा हुआ था। इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। इस पूरे साल इस बैंक के स्टॉक 50 फीसदी से ज्यादा टूट गए। हैरानी की बात है कि अब भी पीएनबी के शेयर साल 2018 के भाव के नीचे ही कारोबार कर रहे हैं।
2018 में पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों ने 197 रुपये का हाई लगाया था और इसी साल इसका निचला स्तर 58 रुपये था। फिलहाल, पीएनबी के शेयर 120 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं।
चाचा मेहुल और भतीजे नीरव का घोटाला
मेहुल चोकसी अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ भारतीय बैंकिंग इतिहास के सबसे बड़े फाइनेंशियल फ्रॉड को अंजाम दिया था। इसमें पीएनबी के कुछ भ्रष्ट अधिकारी भी शामिल थे। यह घोटाला 2014 से 2017 के बीच किया गया था और 2018 में तब सामने आया जब बैंक ने बताया कि उसकी मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा से ₹13,000 करोड़ से ज़्यादा के फ़र्ज़ी लेटर्स ऑफ़ अंडरटेकिंग (LoU) जारी किए गए थे।
इन LoU का इस्तेमाल नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की कंपनियों—जैसे गीतांजलि जेम्स, डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स—के लिए विदेशी बैंकों से कर्ज़ लेने में किया गया था, बाद में ये कंपनियां फ़र्ज़ी या शेल फ़र्म पाई गईं।
पीएनबी घोटाले के बारे में आधिकारिक तौर पर बैंक ने पहली बार फरवरी 2018 में जानकारी दी, जिसके बाद से शेयर में गिरावट का दौर जारी रहा। 14 फरवरी को लगभग ₹160 पर कारोबार करने वाले पीएनबी के शेयर की कीमत महीने के अंत तक ₹100 से नीचे पहुंच गई।

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