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    Nifty और Sensex शानदार रिकवरी के साथ बंद, 3 कारणों से सुधरा मार्केट का मूड, इन शेयरों में जमकर खरीदारी

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 04:11 PM (IST)

    यूएस-चीन के बीच ट्रेड वॉर की आशंका के चलते मार्केट गिरावट के साथ खुले। निफ्टी ने 25152 का निचला स्तर छुआ और क्लोजिंग 25227 पर दी। वहीं, सेंसेक्स में निचले स्तरों से 300 प्वाइंट्स की रिकवरी देखने को मिली। इस दौरान चुनिंदा रियल्टी, बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में खरीदारी देखने को मिली।

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    सेंसेक्स में निचले स्तरों से 300 प्वाइंट्स की रिकवरी देखने को मिली। 

    नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार (Share Market Closing) ने कमजोर वैश्विक संकेतों के बावजूद 13 अक्तूबर को गिरावट के बाद मजबूती के साथ कारोबार किया, और बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50, 25200 के अहम स्तर के ऊपर बंद हुआ। यूएस-चीन के बीच ट्रेड वॉर की आशंका के चलते सुबह मार्केट दबाव के साथ खुले। निफ्टी 25152 का लो लगाया और क्लोजिंग 25227 के स्तर पर दी। वहीं, सेंसेक्स में निचले स्तरों से 300 प्वाइंट्स की रिकवरी देखने को मिली। बाजार में खरीदारी कारोबारी सत्र के आखिरी घंटों में आई। इस दौरान चुनिंदा रियल्टी, बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में खरीदारी देखने को मिली।

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    निफ्टी50 के टॉप गेनर (Nifty Top Gainers) में अदाणी पोर्ट्स, बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल और इंडिगो के शेयर रहे, जबकि अपोलो हॉस्पिटल, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी लाइफ, एचसीएल टेक और ट्रेंट समेत अन्य स्टॉक टॉप लूजर रहे।

    कमजोर बाजार में कैसे आई तेजी?

    सुधरते वैश्विक हालात: 10 अक्तूबर को जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन पर 100 फीसदी टैरिफ की चेतावनी दी तो ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट आ गई थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि भारतीय बाजारों में गिरावट हावी होगी। लेकिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के साथ व्यापारिक संबंधों पर नरम रुख अपनाने के बाद ग्लोबल सेंटिमेंट में सुधार हुआ और यही वजह निफ्टी व सेंसेक्स में तेजी का कारण बनी।

    विदेशी निवेशकों की खरीदारी: मार्केट के लिए सबसे राहत की बात है कि विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार खरीदारी कर रहे हैं और उन्होंने बिकवाली रोक दी है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी. के. विजयकुमार ने कहा कि अक्टूबर में एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) की बिकवाली में काफी कमी आई है, और 10 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के अंतिम चार कारोबारी सत्रों में एफआईआई कैश मार्केट में खरीदार बने रहे।

    निचले स्तरों पर वैल्यू बाइंग: पिछले कुछ सत्रों से लगातार तेजी के बाद मार्केट में हर गिरावट पर खरीदारी हो रही है। निवेशक रियल्टी, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज के हाई-क्वालिटी वाले शेयरों में खरीदार कर रहे हैं, जिससे बाजार के सेंटिमेंट में सुधार हुआ।

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    एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट, नागराज शेट्टी ने कहा कि निफ्टी में शॉर्ट टर्म का नजरिया उतार-चढ़ाव भरा है। मौजूदा स्तरों पर 25000 का लेवल मजबूत सपोर्ट तो 25500 का लेवल मजबूत रेजिस्टेंस होगा।

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)