वायु सेना के लिए L&T-BEL की बड़ी डील, बनाएंगे नेक्स्ट-जेन लड़ाकू विमान! पर इसलिए होगा अदाणी-महिंद्रा से मुकाबला
लार्सन एंड टुब्रो (LT) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने वायु सेना के लिए नेक्स्ट-जेन के लड़ाकू विमान बनाने के लिए साझेदारी की है। दोनों कंपनियां एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा जारी किए गए नोटिस में हिस्सा लेंगी। एलएंडटी और बीईएल पहले भी स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोग्राम में योगदान दे चुके हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना और रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता को बढ़ाना है।

नई दिल्ली। भारत में प्राइवेट सेक्टर की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो ने वायु सेना के लिए नेक्स्ट-जेन के लड़ाकू विमान बनाने के एक बड़े कॉन्ट्रैक्ट के लिए सरकारी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ साझेदारी की है। दोनों कंपनियों के इस कंसोर्टियम ने कहा है कि वह आने वाले हफ्तों में रेस्पॉन्स देकर एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा जारी किए गए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट नोटिस में हिस्सा लेगा, जिससे यह इस तरह की साझेदारी की घोषणा करने वाला पहला संगठन बनेगा।
एडवांस्ड मल्टीरोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) प्रोग्राम के तहत नेक्स्ट-जेन के जेट बनाने की होड़ में कई मजबूत दावेदार होने की उम्मीद है। एयरोनॉटिकल मैन्युफैक्चरिंग में अपने मजबूत अनुभव और दमदार ऑर्डर बुक को देखते हुए, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के अकेले ही इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए बोली लगाने की उम्मीद है।
और कौन-कौन उतर सकता है मैदान में!
देश की सबसे मजबूत एयरोनॉटिकल मैन्युफैक्चरर कंपनी, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के अकेले बोली लगाने की संभावना कम है। उसे एक प्राइवेट सेक्टर का साझेदार भी साथ लेना पड़ सकता है, क्योंकि बोली लगाने की योग्यता की शर्तें उसे स्वतंत्र रूप से बोली लगाने की अनुमति दें इसकी संभावना कम है।
दरअसल सालाना रेवेन्यू की तुलना में इसकी ऑर्डर बुक बहुत बड़ी है। यह देखना बाकी है कि एचएएल इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए बोली लगाने के लिए किस तरह के ग्रुप में शामिल होंगी। इस कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेने की इच्छुक अन्य कंपनियों में अदाणी डिफेंस, महिंद्रा एयरोस्पेस और कल्याणी डिफेंस शामिल हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत देगी साझेदारी
इससे पहले एलएंडटी और बीईएल ने प्रमुख एयरो-स्ट्रक्चर मॉड्यूल की सप्लाई और मिशन-क्रिटिकल एवियोनिक्स और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डेवलप करके भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोग्राम में अहम भूमिका निभाई है।
एलएंडटी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एसएन सुब्रह्मण्यन के मुताबिक दोनों कंपनियां अपने-अपने सेक्टर में लीडिंग हैं और हमारे संयुक्त प्रयास राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और डिफेंस टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
शेयरों का हाल
कल बीईएल का शेयर बीएसई पर 9.05 रुपये या 2.24 फीसदी की गिरावट के साथ 395.35 रुपये पर है। वहीं एलएंडटी का शेयर 20.10 रुपये या 0.55 फीसदी की तेजी के साथ 3,678.40 रुपये पर बंद हुआ।
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