मोतीलाल ओसवाल की सलाह - ICICI और HDFC बैंक के शेयर खरीदने का सही समय! 22% तक कमाई का मौका
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय बैंकिंग सेक्टर में स्ट्रक्चरल ग्रोथ के अवसर हैं। वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में लोन की मांग में सुधार की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल ने आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों (Bank Shares To Buy) पर दांव लगाने की सलाह दी है। आईसीआईसीआई बैंक का टार्गेट 1670 रुपये और एचडीएफसी बैंक का टार्गेट 1150 रुपये है।

नई दिल्ली। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने अपनी एक नई रिपोर्ट में कहा है कि भारत का बैंकिंग सेक्टर एडजस्टमेंट के दौर से गुजर रहा है, जहां शॉर्ट टर्म में बेहतर परिस्थितियों के चलते स्ट्रक्चरल ग्रोथ के अवसर सामने आ रहे हैं। सितंबर 2025 तक सिस्टेमैटिक क्रेडिट ग्रोथ 10.3% वार्षिक दर पर मामूली बनी हुई है, जो रिटेल और कॉर्पोरेट डिमांड में नरमी को दर्शाती है।
हालाँकि, जीएसटी दरों में कटौती, आयकर में राहत और आरबीआई द्वारा नीतिगत दर में 50 आधार अंकों की कटौती से एक बेहतर माहौल बनने के साथ, वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में लोन डिमांड में अच्छी सुधार की उम्मीद है। इसी आउटलुक के साथ अपनी Sector of the Week रिपोर्ट में मोतीलाल ओसवाल ने दो बैंकिंग शेयरों (Bank Shares To Buy) पर दांव लगाने की सलाह दी है। इनमें आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं।
ICICI Bank Share Target
आईसीआईसीआई बैंक का शेयर शुक्रवार को 1365 रुपये पर बंद हुआ था, जबकि इसका टार्गेट मोतीलाल ओसवाल ने 1670 रुपये का टार्गेट दिया है। यानी इस शेयर से 22 फीसदी से अधिक रिटर्न मिल सकता है। ब्रोकरेज फर्म के अनुसार आईसीआईसीआई बैंक ने एक वेल-डायवर्सिफाइड और बिजनेस बैंकिंग फ्रैंचाइजी के बल पर इंडस्ट्री क्रेडिट ग्रोथ को लगातार पीछे छोड़ा है।
एक अहम ऑपरेशनल अपडेट के तहत, बैंक आरबीआई के नए दिशानिर्देशों के तहत, 4 अक्टूबर, 2025 से सेम-डे चेक क्लियर करने की सुविधा लागू करेगा। ब्रांच में निर्धारित समय से पहले चेक जमा करने वाले ग्राहकों को तेज फंड मिलेगा, जबकि ₹5 लाख से अधिक के चेक के लिए पॉजिटिव पे बेहतर सुरक्षा और धोखाधड़ी की रोकथाम सुनिश्चित करता है।
यह कदम न केवल ग्राहकों के लिए सुविधा में सुधार और लिक्डिटी में तेजी लाता है, बल्कि ऑपरेशनल एफिशिएंसी और कस्टमर-सेंट्रिक डिजिटल इनिशिएटिव्स में आईसीआईसीआई बैंक की लीडरशिप को भी मजबूत करता है। प्रूडेंट अंडरराइटिंग और मजबूत प्रोविजन बफर्स के सपोर्ट से इसकी एसेट क्वालिटी फ्लेक्सिबल बनी हुई है। भले ही मार्जिन पर निकट भविष्य में दबाव हो, लेकिन लिक्विडिटी में ढील और सीआरआर (कैश रिजर्व रेशियो) में कटौती से वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही से सुधार में मदद मिलने की उम्मीद है।
मजबूत बैलेंस शीट की मजबूती, अच्छे रिटर्न रेशियो और डिजिटल अडॉप्शन में लीडरशिप के साथ, आईसीआईसीआई बैंक मिड टर्म में लगातार बेहतर प्रदर्शन करने की स्थिति में है।
HDFC Bank Share Target
एचडीएफसी बैंक का शेयर शुक्रवार को 964.75 रुपये पर बंद हुआ था, जबकि इसका टार्गेट 1150 रुपये है। यानी ये शेयर 19 फीसदी से अधिक रिटर्न दे सकता है। एचडीएफसी बैंक अपने लोन-ब्याज रेशियो (सीडी रेशियो) को मैनेज करने के लिए वित्त वर्ष 25 में लोन विस्तार को धीमा करने के बाद, एक मजबूत विकास दर की ओर अग्रसर है।
कॉर्पोरेट और रिटेल बैंकिंग इनिशिएटिव्स, टेक्नोलॉजी अडॉप्शन और ब्रांच की संख्या बढ़ाने के साथ वित्त वर्ष 26-27 में ग्रोथ में तेजी आने की उम्मीद है। डिपॉजिट में लगातार वृद्धि हुई है, जिसे कई फैक्टर्स से सहारा मिल रहा है।
रिटेल एसेट्स और डिपॉजिट की ओर बैंक का स्ट्रैटजिक बदलाव महँगे उधारों की जगह लेगा, जिससे मार्जिन में सुधार होगा। शॉर्ट टर्म में एनआईएम पर पॉलिसी रेट्स में कटौती का दबाव पड़ सकता है, लेकिन फाइनेंसिंग कॉस्ट में कमी और बेहतर एसेट मिक्स से वित्त वर्ष 27 तक सुधार को सहारा मिलने की उम्मीद है।
एचडीएफसी बैंक अपनी कैटेगरी में बेस्ट एसेट क्वालिटी बनाए रखता है, मजबूत प्रोविजन और अनुशासित अंडरराइटिंग के कारण लोन कॉस्ट कंट्रोल रहती है। ऑपेशनल एफिशिएंसी में सुधार जारी है, जिसे टेक्नोलॉजी और टैलेंट में निवेश का सपोर्ट मिला हुआ है। मार्जिन नॉर्मलाइजेशन और स्ट्रैटजिक रीबैलेंसिंग के साथ, बैंक मिड टर्म में सस्टेनेबल प्रॉफिटैबिलिटी और सॉलिड रिटर्न के लिए अच्छी स्थिति में है।
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(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों पर की जानकारी राय एक ब्रोकरेज फर्म द्वारा दी गयी जानकारी पर आधारित है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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