GST 2.0 लागू होते ही दिल खोलकर खरीदारी कर रहे लोग, क्रेडिट कार्ड का खर्च ₹5000 करोड़ से बढ़कर हुआ ₹25000 करोड़
New GST Rates लागू होने के बाद क्रेडिट कार्ड से उपभोक्ता खर्च में भारी उछाल आया है। ऋणदाताओं के अनुसार दैनिक औसत खर्च सामान्य से पांच गुना बढ़कर 20000-25000 करोड़ रुपये हो गया है। जानकारों का कहना है कि यह वृद्धि जीएसटी रेट कट और त्योहारी सीजन के ऑफर्स के कारण हुई है।

नई दिल्ली। 22 सितंबर से जीएसटी की नई दरें (New GST Rates) लागू होने के बाद से ही लोगों ने दिल खोलकर खर्च करना शुरू कर दिया है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार उद्योग जगत के जानकारों ने बताया कि जीएसटी 2.0 के कार्यान्वयन के पहले तीन दिनों में क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उपभोक्ता खर्च में भारी उछाल आया। ऋणदाताओं के अनुसार, दैनिक औसत खर्च सामान्य 5,000-6,000 करोड़ रुपये से पांच गुना बढ़कर 20,000-25,000 करोड़ रुपये हो गया है। यानी खर्च करने में लोग 5 गुना आगे निकल गए। ये खर्च सिर्फ क्रेडिट कार्ड के जरिए की गई पेमेंट के डेटा पर आधारित है। इसमें नकदी लेन-देन नहीं शामिल है।
RBL Bank में क्रेडिट कार्ड प्रमुख बिक्रम यादव ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में ग्राहकों की मांग में 20% की तीव्र वृद्धि देखी गई है, जो मुख्य रूप से हाल ही में GST में दी गई राहत और उसके परिणामस्वरूप सकारात्मक बाजार धारणा के कारण हुई है। यह वृद्धि बढ़ते उपभोक्ता विश्वास और त्योहारी सीजन से पहले खर्च करने की तत्परता को दर्शाती है।"
GST Rate Cut और त्योहारी सीजन से बढ़ी खरीदारी
क्रेडिट कार्ड के जरिए किए जा रहे खर्च में आया यह उछाल जीएसटी रेट कट (GST Rate Cut) और त्योहारी सीजन में ई-कॉमर्स पर चल रहे ऑफर की वजह से देखे को मिल रहा है। NPCI के एक सूत्र ने कहा, "सितंबर के पिछले तीन दिनों के आंकड़े 5 गुना उछाल दर्शाते हैं, जो नीतिगत सुधारों और बाजार-आधारित सक्रियता के एक शक्तिशाली मिश्रण का संकेत देते हैं, जिससे खुदरा वित्त में तीसरी तिमाही के लिए एक मजबूत स्थिति बन रही है।"
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बॉब कार्ड के MD और CEO रवींद्र राय ने कहा: "जीएसटी 2.0 के लाभों और BOBCARD के रोमांचक त्योहारी ऑफरों के साथ, हम पहले से ही खर्च में उछाल देख रहे हैं। जैसे-जैसे त्योहारी सीजन शुरू हो रहा है, उपभोक्ता रुझान और भी तेजी से बढ़ने वाला है।"
पिछले महीने की इसी अवधि की तुलना में पिछले दो दिनों में BOBCARD ने क्रेडिट कार्ड खर्च में 40% की वृद्धि देखी।
अगस्त में क्रेडिट कार्ड के जरिए खर्च हुआ था कम
क्रेडिट कार्ड से खर्च में यह उछाल अगस्त के सुस्त प्रदर्शन के बाद आया है, जिसमें कुल खर्च घटकर ₹1.91 लाख करोड़ रह गया, जो महीने-दर-महीने आधार पर 1.4% कम है। जुलाई में कुल खर्च ₹1.94 लाख करोड़ था। अगस्त में क्रेडिट कार्ड धारकों की कुल संख्या 112.31 मिलियन थी।
प्रति कार्ड खर्च सालाना आधार पर 6.6% बढ़कर 17,053 करोड़ रुपये हो गया। जुलाई से, खर्च में लगभग 2% की कमी आई है। ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर, अगस्त में लेनदेन में महीने-दर-महीने 4.1% की गिरावट देखी गई और यह 1.18 लाख करोड़ रुपये रहा। क्रेडिट कार्ड पॉइंट-ऑफ-सेल (पीओएस) में महीने-दर-महीने 3.4% की वृद्धि हुई और यह 72,747 करोड़ रुपये रहा।
HDFC के क्रेडिट कार्ड की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
क्रेडिट कार्ड खर्च के मामले में एचडीएफसी बैंक नंबर वन पर रहा। जुलाई के 27.8% के मुकाबले बाजार में इस कार्ड के जरिए खर्च की हिस्सेदारी 28.2% तक हो गई। वहीं, SBI और इंडसइंड बैंक ने भी महीने-दर-महीने आधार पर बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई। ICICI बैंक और Axis Bank की हिस्सेदारी क्रमशः 18% और 11.4% रही, और दोनों ऋणदाताओं ने गिरावट दर्ज की।
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