गोल्ड को बनाया हौव्वा, लेकिन रिटर्न में शेयर मार्केट ने मारी बाजी; 35 साल के इतिहास में Sensex ने सोना को हराया
Gold Rate and Sensex Return: शेयर बाजार ने निवेशकों को सोना से बेहतर रिटर्न दिया है। पिछले 35 सालों में सेंसेक्स ने सोने को पछाड़ा है। निवेशकों में सोने को लेकर डर का माहौल बनाया गया, लेकिन शेयर बाजार बेहतर साबित हुआ। सेंसेक्स ने लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन किया है।

गोल्ड को बनाया हौव्वा, लेकिन रिटर्न में शेयर मार्केट ने मारी बाजी; 35 साल के इतिहास में Sensex ने सोना को हराया
नई दिल्ली। Gold Rate and Sensex Return: अक्टूबर में सोने और चांदी की रफ्तार देख लोगों ने हौआ बना दिया। लगा कि गोल्ड से ज्यादा कोई रिटर्न ही नहीं देगा। दिवाली के मौके पर इस भी धातु को इस तरह से पेश किया गया कि अब इसे कोई खरीद ही नहीं सकता है। लेकिन 35 सालों के इतिहास की बात करें तो शेयर बाजार ने गोल्ड को हराया है। जी हां आपने सही सुना। सेंसेक्स का सालाना औसतन रिटर्न गोल्ड (Gold Average Return) से अधिक रहा है। पूरी कहानी ध्यान से पढ़िएगा। ये हम नहीं बल्कि OmniScience Capital ने अपनी एक रिसर्च रिपोर्ट में कहा है।
गोल्ड पर भारी पड़ा सेंसेक्स
ओमनीसाइंस कैपिटल ने 1990 से 2025 तक के 35 सालों के मार्केट डेटा की जांच की और पाया कि सेंसेक्स ने औसतन सालाना रोलिंग रिटर्न लगभग 11.5% दिया, जो RBI के सोने की कीमतों के आधार पर सोने के 9.5% रिटर्न (Gold Return in 35 Year) से काफी ज्यादा है।
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द इकोनॉमिक टाइम्स में एक कॉलम में, कंपनी के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और चीफ पोर्टफोलियो मैनेजर अश्विनी शमी ने डेटा के आधार पर यह बात कही है। उन्होंने कहा सोना शॉर्ट टर्म में चमक सकता है, लेकिन इक्विटी रिटर्न, सेफ्टी और लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन के मामले में इसे चुपचाप पछाड़ देती है।
सोने ने अपनी कीमतों से खींचा ध्यान लेकिन मार्केट ने मारी बाजी
सोने में आई तूफानी तेजी ने सभी का ध्यान खींचा है। लेकिन भारतीय शेयर बाजार चुपचाप कछुए की चाल से बढ़ता जा रहा है। अकेले सितंबर 2025 में भारतीय गोल्ड ETF में ₹8,363 करोड़ का निवेश हुआ, जबकि दुनिया भर में यह $15 बिलियन था, क्योंकि कीमतें ₹1,14,761 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थीं। लेकिन शमी की रिसर्च, इस हाइप से परे जाकर 35 सालों के पक्के आंकड़ों की जांच करती है, जिससे पता चलता है कि जो निवेशक सोने के पीछे भाग रहे हैं, वे इक्विटी के जरिए कहीं बेहतर नतीजों से चूक रहे हैं।
सेंसेक्स ने 30 साल में औसतन 11.5% तो सोना सिर्फ ने 9.5% का दिया रिटर्न
RBI के डेटा के आधार पर, 1990 से 2025 तक, सेंसेक्स 30 ने औसतन सालाना 11.5% का रिटर्न दिया, जबकि सोने ने 9.5% का। रोलिंग रिटर्न का इस्तेमाल करते हुए - हर संभव इन्वेस्टमेंट पीरियड में परफॉर्मेंस को मापते हुए - इस स्टडी ने 6,400 से ज़्यादा एक साल और 3,100 दस साल के होल्डिंग पीरियड का एनालिसिस किया।
अश्विनी शमी ने इकोनॉमिक टाइम्स में लिखे अपने कॉलम में आगे कहा कि नतीजा यह रहा कि निफ्टी50 ने तीन साल से ज़्यादा के सभी समय के लिए सोने को लगातार मात दी। इससे भी अधिक चौंकाने वाला कैपिटल प्रोटेक्शन का डेटा है। उन्होंने आगे लिखा कि इक्विटी, जिसे अक्सर ज्यादा रिस्की माना जाता है, ने किसी भी तीन साल की अवधि में 98.1% समय निवेशकों की पूंजी को सुरक्षित रखा। सोना? सिर्फ 84%। निवेशकों को निफ्टी के सेफ्टी लेवल से मैच करने के लिए सोने को सात साल तक रखना पड़ा।
शमी ने लिखा कि इक्विटी न केवल बेहतर ग्रोथ देती है, बल्कि सही टाइम फ्रेम में अधिक सुरक्षा भी देती है।" यह पैटर्न सिर्फ़ भारत में ही नहीं है। S&P 500 ने पिछले 40 सालों में सालाना 9.4% का रिटर्न दिया है, जो सोने के 5% से कहीं ज्यादा है। यहां तक कि महंगाई से बचाव के तौर पर सोने का स्टेटस भी सही साबित नहीं होता। ओमनीसाइंस ने पाया कि सोने की कीमतों का महंगाई के साथ नेगेटिव कोरिलेशन है। U.S. CPI के साथ –11.5% और भारत के साथ –1.5%।
आज क्या है सोने की कीमत । Today Gold Rate
आज यानी 24 अक्टूबर 2025 की शाम को MCX) और इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) पर 24 कैरेट 10 ग्राम सोना 12151 रुपए प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ। पिछले कुछ दिनों से सोने के दामों में लगातार गिरावट आ रही है। IBJA के अनुसार शुक्रवार 24 अक्टूबर 2025 की शाम में भारत में 24 कैरेट 10 ग्राम सोना 121518 रुपये (Today Gold Rate) है। वहीं, 22 कैरेट 10 ग्राम सोना 121031 रुपये है।

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