जेपी विश टाउन के हजारों फ्लैट अब कौन बनाएगा? जयप्रकाश एसोसिएट्स की इस कंपनी का है प्रोजेक्ट; कौन लगाएगा ₹5500 Cr
जेपी ग्रुप की कंपनी जेपी इंफ्राटेक के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही चल रही है। सुरक्षा ग्रुप ने जेपी इंफ्राटेक का अधिग्रहण किया है, जिस पर जेपी विश टा ...और पढ़ें

जेपी विशटाउन को 2027 तक सुरक्षा ग्रुप करेगा पूरा
नई दिल्ली। जेपी ग्रुप की कई बड़ी कंपनियों, जिनमें इनकी सबसे मुख्य कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Insolvency) और उसकी सब्सिडियरी जेपी इंफ्राटेक (Jaypee Infratech) शामिल हैं, के खिलाफ कई इनसॉल्वेंसी कार्रवाइयां चल रही हैं। हर कंपनी के लिए रेजोल्यूशन प्रोसेस इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के तहत अलग-अलग चल रहे हैं।
इनमें जेपी इंफ्राटेक का एक प्रोजेक्ट था जेपी विश टाउन (Jaypee Wishtown)। सवाल ये है कि अब जेपी इंफ्राटेक के इस प्रोजेक्ट को अब कौन पूरा करेगा। आइए जानते हैं।
जेपी इंफ्राटेक को किसने खरीदा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल एक लंबी कानूनी और इनसॉल्वेंसी प्रोसेस के बाद, सुरक्षा ग्रुप (Suraksha Group) ने जेपी इंफ्राटेक को टेकओवर कर लिया था और अब उसी पर जेपी विश टाउन में हजारों फ्लैट्स को पूरा करने की जिम्मेदारी है।
यह टेकओवर जून 2024 में फाइनल हुआ, जिससे 20,000 से ज्यादा घर खरीदारों को राहत मिली जो अपनी यूनिट्स का इंतज़ार कर रहे थे।
कब तक पूरा करना है प्रोजेक्ट्स
सुरक्षा ग्रुप ने रुके हुए प्रोजेक्ट्स को अगले तीन से साढ़े तीन साल में पूरा करने का प्लान बनाया है। 159 रेजिडेंशियल टावरों में से कई को पूरा करने के लिए, 2027 के आखिर तक का टार्गेट रखा गया है।
कितना करना होगा निवेश
ग्रुप ने पेंडिंग फ्लैट्स को पूरा करने और डिलीवर करने के लिए कुल ₹5,500 करोड़ के इन्वेस्टमेंट का वादा किया है। इसमें शुरुआती इक्विटी इन्फ्यूजन और लाइन ऑफ क्रेडिट शामिल है। जब टेकओवर अप्रूव हुआ, तब चार प्रोजेक्ट्स - कॉसमॉस, क्लासिक, केंसिंग्टन बुलेवार्ड, और केंसिंग्टन पार्क अपार्टमेंट्स एंड हाइट्स में 62 टावरों पर कंस्ट्रक्शन पहले से ही चल रहा था। सुरक्षा ग्रुप इन्हें जल्दी पूरा करने को प्रायोरिटी दे रहा है।
4000 फ्लैट्स जल्द होंगे डिलीवर
सुरक्षा ग्रुप ने इस साल अगस्त में घोषणा की थी कि वह मौजूदा फाइनेंशियल ईयर (मार्च 2026 तक) में लगभग 4,000 फ्लैट्स डिलीवर करेगा। इन क्लस्टर्स में पहले से रुके हुए दूसरे टावरों पर भी काम फिर से शुरू हो गया है। अगस्त 2024 तक, 41 टावरों के लिए कॉन्ट्रैक्ट दे दिए गए थे। साथ ही नया मैनेजमेंट कंस्ट्रक्शन की क्वालिटी और काम की गति की निगरानी के लिए होमबायर्स के एक प्रतिनिधि समेत कमेटियां बना चुका है।
कुछ होमबायर्स ने कुछ प्रोजेक्ट्स पर कंस्ट्रक्शन की गति से निराशा जताई और ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित करने के लिए न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की थी।

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