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    फ्रॉड का शिकार ब्लू स्मार्ट अब होगी दिवालिया, एनसीएलटी ने स्वीकार की इन्सॉल्वेंसी याचिका; कंपनी का बोर्ड सस्पेंड

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 04:46 PM (IST)

    नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी टेक (Blu Smart) के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही शुरू करने की अनुमति दी है। लेप्टन सॉफ्टवेयर की याचिका पर NCLT ने यह फैसला सुनाया, जिसमें 5.84 करोड़ रुपये की बकाया राशि का दावा किया गया था। अदालत ने कंपनी के बोर्ड को निलंबित कर दिया है और पवन कुमार गोयल को अंतरिम रेजोल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया है। ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी इलेक्ट्रिक राइड-हेलिंग सेवाएं प्रदान करती है।

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    ब्लू स्मार्ट के खिलाफ एनसीएलटी ने स्वीकार की दिवालिया याचिका

    नई दिल्ली। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी टेक के खिलाफ एक इन्सॉल्वेंसी केस स्वीकार कर लिया है। ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी टेक कर्ज में डूबी कंपनी है, जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिक राइड-हेलिंग सर्विस दे रही थी और भारत में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का नेटवर्क बना रही थी।
    NCLT की अहमदाबाद बेंच ने लेप्टन सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट एंड रिसर्च की ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी के खिलाफ 5.84 करोड़ रुपये की बकाया रकम को लेकर दायर इन्सॉल्वेंसी अर्जी को स्वीकार कर लिया है, और कंपनी के बोर्ड को सस्पेंड करते हुए पवन कुमार गोयल को अंतरिम रेजोल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया है।

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    फ्रॉड का क्या है मामला

    इसी साल अप्रैल में SEBI ने इलेक्ट्रिक व्हीकल टैक्सी बुकिंग सर्विस BluSmart के फाउंडर्स के खिलाफ एक अंतरिम ऑर्डर जारी किया था। यह ऑर्डर उनकी अपनी दूसरी कंपनी, Gensol Engineering में फाइनेंशियल गड़बड़ियां करने के लिए दिया गया।

    अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी ने BluSmart को मिलकर शुरू किया और फिर Gensol की शुरुआत की। SEBI ने पाया कि उन्होंने फंड का गलत इस्तेमाल और डायवर्जन समेत कई नियम तोड़े हैं। SEBI ने जग्गी भाइयों को सिक्योरिटीज मार्केट में एंट्री करने और Gensol में डायरेक्टर का पद या कोई और अहम मैनेजर का पद संभालने से बैन कर दिया था।

    Gensol अहमदाबाद की एक सोलर एनर्जी कंपनी है, जिसमें जग्गी भाई अहम मैनेजर के पदों पर थे।

    दिवालिया प्रोसेस में किया गया शामिल

    दो सदस्यों वाली बेंच ने कहा कि एक ऑपरेशनल कर्ज है, जिसे ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी ने चुकाया नहीं है और इसका ऑपरेशनल क्रेडिटर इसे वसूलने का हकदार है। इसमें कहा गया है कि रेस्पोंडेंट/कॉर्पोरेट कर्जदार ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को कोड के सेक्शन 9(5) के तहत कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस में शामिल किया गया है।

    किस चीज की पेमेंट है बकाया

    NCLT ने ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी टेक को इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के नियमों के अनुसार मोरेटोरियम के तहत रखा और IRP को ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी के एसेट्स और डॉक्यूमेंट्स का पूरा चार्ज लेने का निर्देश दिया।

    NCLT का ऑर्डर लेप्टन सॉफ्टवेयर की एक याचिका पर आया, जो गूगल एशिया पैसिफिक प्राइवेट लिमिटेड से मिले लाइसेंस के तहत गूगल मैप्स प्लेटफॉर्म सर्विस बेचती है। यह एक एग्रीमेंट के जरिए ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी टेक की राइड-शेयरिंग सर्विस के लिए अपनी सर्विस दे रहा था। यह 1 अक्टूबर, 2022 से सितंबर 2023 तक के समय के लिए तय हुआ था।

    FY25 के इनवॉइस की पेमेंट नहीं हुई

    एग्रीमेंट को 30 सितंबर, 2024 तक एक साल के लिए रिन्यू किया गया था, और लेप्टन ने दावा किया कि सर्विसेज एड-हॉक बेसिस पर जारी रहीं, जिसे ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी ने ईमेल कम्युनिकेशन के जरिए भी माना था। ऑपरेशन क्रेडिटर ने बताया कि दी गई सर्विसेज गूगल की टर्म्स ऑफ सर्विस के तहत थीं, और पूरे फाइनेंशियल ईयर FY25 से जुड़े इनवॉइस का पेमेंट नहीं हुआ था।

    कितना बड़ा है ब्लू स्मार्ट का कारोबार

    ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी टेक, ब्लू-स्मार्ट ग्रुप का हिस्सा है, जिसके बिजनेस में ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी लिमिटेड और इसकी चार सब्सिडियरी कंपनियाँ शामिल हैं, जिसमें कॉर्पोरेट डेटर भी शामिल है। बाकी तीन हैं ब्लू-स्मार्ट फ्लीट प्राइवेट लिमिटेड, ब्लू-स्मार्ट चार्ज प्राइवेट लिमिटेड (चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी) और ब्लू-स्मार्ट प्रीमियम फ्लीट प्राइवेट लिमिटेड (जिसके पास 178 EVs हैं)।

    ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी, जो अभी इन्सॉल्वेंसी प्रोसेस में है, के पास हर सब्सिडियरी में 99.99 फीसदी शेयरहोल्डिंग है, और उनके सभी बिजनेस आपस में जुड़े हुए हैं।

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