Move to Jagran APP

Mutual Fund इनफ्लो उच्चतम स्तर पर पहुंचा, मई में निवेश 34,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का हुआ इन्वेस्टमेंट

Mutual Fund Inflow इक्विटी म्यूचुअल फंड में मई में निवेश जोरदार बढ़त के साथ 34697 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह आंकड़ा इससे पिछले महीने के मुकाबले 83 प्रतिशत अधिक है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) ने सोमवार को बताया कि यह इक्विटी फंड में शुद्ध निवेश का लगातार 39 वां महीना है। पढ़ें पूरी खबर...

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Mon, 10 Jun 2024 04:56 PM (IST)
Mutual Fund इनफ्लो उच्चतम स्तर पर पहुंचा, मई में निवेश 34,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का हुआ इन्वेस्टमेंट
Mutual Fund इनफ्लो उच्चतम स्तर पर पहुंचा

पीटीआई, नई दिल्ली। इक्विटी म्यूचुअल फंड में मई में निवेश जोरदार बढ़त के साथ 34,697 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह आंकड़ा इससे पिछले महीने के मुकाबले 83 प्रतिशत अधिक है।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) ने सोमवार को बताया कि यह इक्विटी फंड में शुद्ध निवेश का लगातार 39 वां महीना है। इसके अलावा, व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) से मासिक योगदान बढ़कर मई में 20,904 करोड़ रुपये हो गया, जो अप्रैल में 20,371 करोड़ रुपये था। इन योजनाओं में मासिक निवेश लगातार दूसरे महीने 20,000 करोड़ से अधिक है।

म्यूचुअल फंड में कितना हुआ इनफ्लो

म्यूचुअल फंड उद्योग ने मई में कुल मिलाकर 1.1 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह देखा, जो इससे पहले अप्रैल में 2.4 लाख करोड़ रुपये था। यह प्रवाह इक्विटी के साथ ही ऋण योजनाओं में निवेश के कारण हुआ। इस निवेश के साथ ही उद्योग की प्रबंधन के तहत शुद्ध संपत्तियां (एयूएम) बढ़कर मई के अंत में 58.91 लाख करोड़ रुपये हो गईं, जो अप्रैल के अंत में 57.26 लाख करोड़ रुपये थीं।

आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी से जुड़ी योजनाओं में मई में 34,697 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो अप्रैल के 18,917 करोड़ रुपये के आंकड़े से काफी अधिक है।

यह भी पढ़ें- NDA सरकार को बेरोजगारी दूर करने पर रखना होगा फोकस, NITI Aayog के पूर्व वाइस चेयरपर्सन राजीव कुमार ने दी सलाह

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर - मैनेजर रिसर्च, हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा।

रुक-रुक कर होने वाले सुधारों ने निवेशकों को ऐसे बाजार में खरीदारी के कुछ अवसर प्रदान किए, जहां लंबे समय से काफी तेजी देखी जा रही है। इसके अलावा, एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार के दोबारा सत्ता में आने की उम्मीद ने भी निवेशकों की ओर से खरीदारी को प्रेरित किया, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि अगर एनडीए सरकार बनी तो बाजार में और तेजी आएगी।

यह भी पढ़ें- चुनावी जीत के बाद चंद्रबाबू नायडू के परिवार को हुआ अरबों का फायदा, 12 दिन में ही हो गए पैसे डबल