'भारत की जरूरत खत्म', पाकिस्तान से सामान सीधे पहुंचेगा बांग्लादेश; India की अनदेखी मोहम्मद यूनुस को पड़ेगी भारी?
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच सीधा व्यापार मार्ग खुलने से भारत की भूमिका कम हो जाएगी। पहले सामान भारत से होकर जाता था, पर अब सीधे भेजा जा सकेगा। इस बदलाव से भारत को आर्थिक नुकसान हो सकता है। भारत की अनदेखी करना मोहम्मद यूनुस को भारी पड़ सकती है।

'भारत की जरूरत खत्म', पाकिस्तान से सामान सीधे पहुंचेगा बांग्लादेश; India की अनदेखी मोहम्मद यूनुस को पड़ेगी भारी?
नई दिल्ली। पड़ोसी बांग्लादेश इस समय अपनी अलग विदेशी रणनीति बनाकर भारत के साथ ट्रेड में अड़चन डालने का काम कर रहा है। बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस की नीतियों की वजह से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आई है। बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही वहां की सरकार का रुख पाकिस्तान और अमेरिका की ओर रहा है। पहले बांग्लादेश ने सोयाबीन के लिए अमेरिका से डील की। यानी जो सोयाबीन भारत से जाता था अब वह बांग्लादेश नहीं जाएगा। क्योंकि वह अमेरिका से खरीदेगा। वहीं, अब बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ अपने व्यापार को नया रूप देते हुए कराची से चटगांव के लिए सीधे शिपिंग सेवा शुरू कर दी है। यानी बांग्लादेश भारत के बंदरगाहों पर नहीं रुकना चाहता है।
पाकिस्तान के समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान और बांग्लादेश ने कराची और चटगांव के बीच एक डायरेक्ट शिपिंग सर्विस शुरू की है। इससे डिलीवरी का समय काफी कम हो गया है और व्यापार की एफिशिएंसी में सुधार हुआ है।
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच अब ऐसे होगा व्यापार
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने एक लिखित जवाब में इसकी जानकारी दी। डायरेक्ट शिपिंग सर्विस शुरू होने से सामान की डिलीवरी का समय 23 दिन से घटकर सिर्फ 10 दिन रह गया है, जिससे लॉजिस्टिक्स एफिशिएंसी में काफी सुधार हुआ है और लागत भी कम हुई है।
बांग्लादेश ने 29 सितंबर, 2024 से अपने पोर्ट्स पर पाकिस्तानी एक्सपोर्ट्स के लिए 100% इंस्पेक्शन की जरूरत को खत्म कर दिया है। पाक के विदेश मंत्री डार ने इस कदम को "दोनों देशों के बीच ट्रेड को आसान बनाने में एक बड़ी सफलता" बताया और कहा कि इससे दोनों देशों के बीच भरोसा बढ़ेगा और सामान का फ्लो बेहतर होगा। उम्मीद है कि इस बदलाव से कस्टम में होने वाली देरी कम होगी, जिससे बांग्लादेशी मार्केट में पाकिस्तानी एक्सपोर्ट्स ज़्यादा कॉम्पिटिटिव बनेंगे।
जनवरी 2025 में हुए एक एग्रीमेंट के बाद, पाकिस्तान ने 200,000 मीट्रिक टन एक्सपोर्ट कमिटमेंट के तहत बांग्लादेश को 50,000 मीट्रिक टन चावल एक्सपोर्ट किया। आने वाले महीनों में इस ट्रेड फ्रेमवर्क के तहत और भी शिपमेंट जारी रहेंगे।
इतना ही नहीं शिपिंग सर्विस को बेहतर बनाने के लिए, पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों देशों के बीच डायरेक्ट हवाई यात्रा की सुविधा शुरू करने पर भी काम कर रहे हैं।
अदाणी पावर पर भ्रष्टाचार के आरोप थोपने की कोशिश?
बांग्लादेश ने अदाणी ग्रुप का 1,600 MW का गोड्डा प्लांट बांग्लादेश सरकार की भ्रष्टाचार की जांच के दायरे में आ गया है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि अगर इस डील में भ्रष्टाचार या गड़बड़ी पाई जाती है तो वह अदाणी ग्रुप के साथ बिजली सप्लाई का एग्रीमेंट कैंसिल करने में बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाएगी।
अदाणी पावर और बांग्लादेश ने 2017 में झारखंड में अपने 1,600 MW के कोयले से चलने वाले गोड्डा पावर प्लांट से बांग्लादेश को बिजली सप्लाई करने के लिए 25 साल का एग्रीमेंट साइन किया था। यह प्लांट अभी बांग्लादेश की कुल बिजली की मांग का लगभग दसवां हिस्सा पूरा करता है।
अदाणी पावर ने सोमवार को कहा कि उसने बांग्लादेश को बिजली सप्लाई के पेमेंट को लेकर चल रहे विवादों को सुलझाने के लिए इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन प्रोसेस को चुना है।
मोहम्मद यूनुस के संबंध भारत के साथ मिठास भरे नहीं रहे हैं। इसलिए वह भारत के साथ किसी भी तरह की डील करने की बजाय पाकिस्तान से लेकर अमेरिका तक भाग रहे हैं। लेकिन उन्हें पता नहीं कि अंत में उन्हें भारत के पास ही आना पड़ेगा।

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