खान सर ने बताया भारत के लोग कैसे बनते हैं अमीर, अमेरिका से कितना होता है फर्क?
खान सर ने भारत में अमीर बनने की प्रक्रिया और अमेरिका से इसकी तुलना पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत में सफलता के लिए कड़ी मेहनत, शिक्षा और अवसरों का संयोजन आवश्यक है, जबकि अमेरिका में शिक्षा और संसाधनों तक पहुंच अपेक्षाकृत आसान है। उन्होंने सामाजिक-आर्थिक कारकों के महत्व पर भी जोर दिया।

पटना के मशहूर शिक्षक खान सर ने क्या कहा?
नई दिल्ली। पटना के मशहूर शिक्षक खान सर (खान GS रिसर्च सेंटर) का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्होंने भारत के अरबपतियों की संपत्ति उनके अमीर बनने के तरीकों पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत का कोई भी बिलियनेयर पांच खास कारणों से अमीर बना है। इनमें
1. बैंक से भारी-भरकम लोन लेना
2. केंद्र सरकार से अपने हित में नीतियां बनवाना
3. राज्य सरकारों से मुफ्त या बेहद सस्ती जमीन हासिल करना
4. विदेशी टेक्नोलॉजी आयात करके कारोबार चलाना
5. सरकारी ठेके और ठेकेदारी हासिल करना
खान सर ने दावा किया कि भारतीय उद्योग जगत पूरी तरह ''ठेकेदारी मॉडल'' पर टिका हुआ है और रिसर्च एवं इनोवेशन के मामले में जीरो है, फिर भी दुनिया में सबसे तेजी से अरबपतियों की संख्या बढ़ रही है।
दूसरी तरफ उन्होंने अमेरिकी अरबपतियों की मिसाल दी और कहा कि वहां के बिलियनेयर्स अपने टैलेंट, आविष्कार और नए विचारों से अमीर बने हैं। उन्होंने जिन अमेरिकी अरबपतियों के नाम गिनाए उनमें
1. जेफ बेजोस -अमेजन (ई-कॉमर्स क्रांति)
2. बिल गेट्स -माइक्रोसॉफ्ट (पर्सनल कंप्यूटिंग)
3. एलन मस्क -टेस्ला और स्पेसएक्स (इलेक्ट्रिक कार और अंतरिक्ष यात्रा)
4. मार्क जुकरबर्ग -फेसबुक (सोशल नेटवर्किंग)
5. स्टीव जॉब्स -एप्पल (स्मार्टफोन और पर्सनल टेक्नोलॉजी क्रांति)
खान सर का कहना था कि इन लोगों ने दुनिया को कुछ नया दिया, नई टेक्नोलॉजी और नए प्रोडक्ट बनाए, जबकि भारत के अधिकांश बड़े उद्योगपति पुरानी विदेशी तकनीक पर निर्भर हैं और सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाते हैं।
वीडियो आने के बाद सोशल मीडिया पर दो धड़े बन गए हैं। एक पक्ष खान सर के बयान से पूरी तरह सहमत है और इसे “कड़वा सच” बता रहा है। दूसरा पक्ष इसे आधा-अधूरा विश्लेषण मान रहा है और कह रहा है कि भारत में भी कई उद्यमी जीरो से शुरू करके ग्लोबल कंपनियां बना रहे हैं।
फिलहाल यह वीडियो यूट्यूब, इंस्टाग्राम और एक्स (ट्विटर) पर लाखों बार देखा जा चुका है और बहस छिड़ी हुई है कि आखिर भारत के बिलियनेयर्स सचमुच ठेकेदारी से अमीर हो रहे हैं या देश में इनोवेशन की कमी है? यह सवाल एक बार फिर देश के आर्थिक मॉडल पर गंभीर चर्चा छेड़ रहा है।

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