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    भारत का स्मार्टफोन निर्यात 100000 करोड़ रुपये के पार, आइफोन की रही बड़ी हिस्सेदारी, सबसे ज्यादा US भेजे गए फोन

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 06:56 PM (IST)

    FY26 के पहले 5 महीनों में भारत का स्मार्टफोन निर्यात एक लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। देश के कुल स्मार्टफोन निर्यात में एपल के अनुबंध निर्माताओं टाटा इलेक्ट्रानिक्स और फाक्सकान की करीब 75 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 64500 करोड़ रुपये के स्मार्टफोन का निर्यात किया गया था।

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    भारत का स्मार्टफोन निर्यात एक लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा।

    नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के पहले 5 महीनों में ही भारत का स्मार्टफोन निर्यात (Indias smartphone exports) एक लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। अमेरिका के साथ टैरिफ और ट्रेड डील (Tariff and Trade Deal) विवाद के बावजूद इसमें 55 प्रतिशत की वृद्धि रही है। उद्योग अनुमानों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 64,500 करोड़ रुपये के स्मार्टफोन का निर्यात किया गया था। देश के कुल स्मार्टफोन निर्यात में एपल के अनुबंध निर्माताओं टाटा इलेक्ट्रानिक्स और फाक्सकान की करीब 75 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है।

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    इन कंपनियों ने पहले पांच महीनों में करीब 75 हजार करोड़ रुपये के स्मार्टफोन का निर्यात किया है। अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी एपल ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआइ) योजना का लाभ उठाते हुए भारत में अपनी मैन्यूफैक्च¨रग क्षमता का विस्तार किया है। कंपनी ने तमिलनाडु और कर्नाटक में उत्पादन बढ़ाया है, जिससे संभावित टैरिफ वृद्धि से बचा जा सके।

    आईफोन निर्यात बढ़ा

    एपल ने 2025 में अधिकांश निर्यात अमेरिकी बाजार में किया है। भारत से अमेरिका के लिए आइफोन निर्यात में तेज वृद्धि हुई है। 2025 की पहली छमाही में भारत में तैयार किए गए 78 प्रतिशत आइफोन अमेरिका को निर्यात किए गए हैं। 2024 की पहली छमाही में यह आंकड़ा 53 प्रतिशत था।

    ये भी पढ़ें- अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर फिर शुरू होगी बात, US से आज रात भारत पहुंच रहे ट्रंप के खास अधिकारी, कल अहम बैठक

    इस वर्ष अमेरिका के स्मार्टफोन आयात में भारत का हिस्सा 44 प्रतिशत तक बढ़ गया है, जबकि चीन का हिस्सा 25 प्रतिशत तक गिर गया है। ''मेड-इन-इंडिया'' स्मार्टफोनों की कुल मात्रा में वार्षिक आधार पर 240 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

    सैमसंग-मोटोरोला ने भी निर्यात बढ़ाया

    सैमसंग और मोटोरोला जैसी कंपनियों ने भी भारत से अपने निर्यात में हिस्सेदारी बढ़ानी शुरू कर दी है, हालांकि एपल की तुलना में यह हिस्सेदारी कम है। मोटोरोला अभी भी चीनी प्लांट्स पर बहुत अधिक निर्भर है, जबकि सैमसंग का मुख्य आधार वियतनाम में बना हुआ है। यह वृद्धि मोबाइल विनिर्माण क्षमता में भारत के तेज़ी से विस्तार को दर्शाती है। देश में अब 300 मोबाइल प्रोडक्शन यूनिट्स हैं, जो 2014 में केवल दो इकाइयों से काफ़ी ज़्यादा है।