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    इकलौती भारतीय कंपनी जो निकालती है जमीन से सोना, आप भी खरीद सकते हैं इसके शेयर; भाव सुनकर उड़ जाएंगे होश

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 02:35 PM (IST)

    भारत में सोने की खपत (Gold Consumption in India) अधिक होने के बावजूद इसका उत्पादन सीमित है। वित्त वर्ष 2025 में भारत ने 757.15 टन सोने का आयात (Gold Import India) किया। हट्टी गोल्ड माइन्स कंपनी (HGML) कर्नाटक सरकार की कंपनी देश में प्राइमरी गोल्ड की एकमात्र उत्पादक है। HGML सालाना 2500 किलोग्राम से अधिक सोना उत्पादित करती है और उत्पादन क्षमता को 5 टन सालाना करने की योजना है।

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    हट्टी गोल्ड माइंस है भारत में सोने की अकेली माइनर

    नई दिल्ली। भारत में सोने की खपत सालाना करीब 800 टन रहती है। हालांकि साल 2025 में इसके 600-700 टन रहने का अनुमान है, क्योंकि कीमतें बहुत अधिक बढ़ गयी हैं। पर भारत में इतने सोने का प्रोडक्शन नहीं होता। इसीलिए FY25 में भारत ने 757.15 टन सोने का आयात किया।

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    दरअसल भारत का गोल्ड रिजर्व बहुत ज्यादा नहीं है और दूसरी बात कि भारत में जमीन से गोल्ड निकालने वाली सिर्फ एक कंपनी है। ये है हट्टी गोल्ड माइन्स कंपनी लिमिटेड (HGML), जो कि कर्नाटक सरकार की कंपनी है।

    कितने साल पुरानी है HGML

    HGML की शुरुआत हैदराबाद गोल्ड माइन्स के रूप में 1947 में हुई थी। ये देश में प्राइमरी गोल्ड की एकमात्र उत्पादक है। एक अन्य कंपनी Deccan Gold Mines गोल्ड की तलाश में लगी है, मगर अभी तक इसने उत्पादन शुरू नहीं किया। वहीं एचजीएमएल कर्नाटक में मौजूद गोल्ड रिजर्व की एक्सप्लोरेशन, डेवलपमेंट और एक्सप्लोइटेशन में एक्टिव रही है।

    सालाना कितना सोना निकालती है HGML

    HGML की दो गोल्ड माइनिंग यूनिट हैं। इनमें एक कर्नाटक के रायचूर जिले में स्थित हट्टी गोल्ड माइंस है। यहां मौजूद खदानें प्राचीन काल से हैं, लेकिन इनका आधुनिक तरीके से ऑपरेशन 1947 में शुरू हुआ और वर्तमान में ये सालाना 2,500 किलोग्राम से अधिक सोना उत्पादित करती हैं। कंपनी की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 5 टन प्रति वर्ष करने की योजना है।

    इसकी दूसरी यूनिट है चित्रदुर्ग गोल्ड यूनिट (सीजीयू), जिसकी अज्जनहल्ली (तुमकुर जिला) में एक ऑपरेटिंग माइन है।

    बनाई जाएगी नई यूनिट

    अंतरराष्ट्रीय साझेदारी बनाने और विदेशों में ऑपरेशन शुरू करने के लिए एक सब्सिडियरी कंपनी, हट्टी गोल्ड विदेश, का भी प्रस्ताव है। बता दें कि कर्नाटक भारत का सबसे बड़ा गोल्ड प्रोड्यूसर राज्य है, जो देश के प्राइमरी प्रोडक्शन का लगभग 99% उत्पादन करता है। इसकी बड़ी वजह HGML ही है, जो यहां संचालन करती है।

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    अनलिस्टेड मार्केट में बहुत महंगा है शेयर

    बता दें कि HGML एक अनलिस्टेड कंपनी है। ये शेयर बाजार में लिस्टेड नहीं है। पर ग्रे-मार्केट, जिसे अनलिस्टेड मार्केट भी कहा जाता है, में इसका शेयर बहुत महंगा है। अनलिस्टेड जोन पोर्टल पर HGML का शेयर 1,19,838 रुपये का है। वहीं इसकी मार्केट कैपिटल 3550 करोड़ रुपये बताई गयी है।

    कैसे रहे हैं फाइनेंशियल नतीजे

    साल 2023 में 778 करोड़ रुपये के रेवेन्यू के मुकाबले साल 2024 में HGML का रेवेन्यू 958 करोड़ रुपये हो गया, जबकि प्रॉफिट 198 करोड़ रुपये की तुलना में 239 करोड़ रुपये हो गया। इसकी अदर इनकम भी 50 करोड़ रुपये के मुकाबले 94 करोड़ रुपये हो गयी।

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां एक अनलिस्टेड शेयर की जानकारी दी गयी है, निवेश की सलाह नहीं। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)