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    Car Loan से पहले समझ लें Fixed और Floating ब्याज में से किसका करें चुनाव, आपके लिए कहां होगी अधिक बचत

    By Gaurav KumarEdited By: Gaurav Kumar
    Updated: Thu, 03 Aug 2023 06:30 PM (IST)

    इस देश में अधिकांश लोग लोन पर कार खरीदते हैं। जब कार लोन की बात आती है तो बैंक अपने ग्राहकों को विभिन्न ब्याज दर विकल्प प्रदान करते हैं। इनमें फिक्स्ड रेट और फ्लोटिंग ब्याज रेट होते हैं। ज्यादातर बैंक ग्राहकों को दोनों तरह के लोन की पेशकश करते हैं। चलिए जानते हैं दोनों ब्याज दरों का चुनाव कैसे करें। पढ़िए पूरी खबर।

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    How to choose between Fixed and Floating interest rate while buying Car Loan

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: हर व्यक्ति का सपना खुद की कार खरीदने का होता है। देश में ज्यादातर लोग कार को लोन पर खरीदते हैं और हर महीने समान मासिक किस्त (ईएमआई) के जरिए उस लोन को चुकाते हैं। जब बात कार लोन की आती है, तो बैंक ग्राहकों को ब्याज दर के कई विकल्प प्रदान करते हैं।

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    बैंक देता है दो तरह का लोन

    प्राइवेट बैंक आमतौर पर निश्चित ब्याज दरों पर कार लोन देते हैं जबकि पब्लिक बैंक आमतौर पर फ्लोटिंग ब्याज दरों पर कार लोन देते हैं। हालांकि, कुछ बैंक फिक्स्ड और फ्लोटिंग दोनों दरों पर लोन देते हैं

    आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, आईडीबीआई बैंक और पंजाब नेशनल बैंक और कुछ अन्य बैंक दोनों तरह के लोन विकल्प प्रदान करते हैं। आपको बता दें कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने हाल ही में निश्चित दर पर कार लोन पेश किया है जो पहले सिर्फ फ्लोटिंग रेट पर कार लोन देता था।

    क्या होता है निश्चित दर और फ्लोटिंग दर?

    निश्चित ब्याज दर (Fixed Interest Rate) लोन, एक ऐसा लोन है जहां लोन की निश्चित दर अवधि के दौरान ब्याज दर में उतार-चढ़ाव नहीं होता है। जबकि फ्लोटिंग ब्याज दर (Floating Interest Rate) को बैंकों द्वारा हर तिमाही में संशोधित किया जाता है।

    कैसे चुनें फिक्स्ड और फ्लोटिंग ब्याज दर?

    फ्लोटिंग और फिक्स्ड रेट लोन के बीच निर्णय लेते समय, विचार करने के लिए एक अन्य कारक होता है और वो है लोन अवधि (Loan Tenure)।

    यदि लोन अवधि छोटा है जैसे मान लीजिए आपका लोन तीन साल का है तो ईएमआई का एक बड़ा हिस्सा शुरू से ही मूलधन के रिपेमेंट में चला जाएगा, इसलिए फ्लोटिंग लोन रेट के तहत 0.5 से 1 प्रतिशत अंक के अंतर से बहुत फर्क नहीं पड़ता है।

    लंबी अवधि के लोन के लिए, रिपेमेंट अवधि की पहली छमाही में ईएमआई का बड़ा हिस्सा ब्याज का भुगतान करने में जाता है और एक छोटा हिस्सा मूलधन रिपेमेंट में जाता है। ऐसे में शुरुआती वर्षों में ब्याज दर में बदलाव से आपकी लोन देनदारी पर काफी असर पड़ सकता है।

    इन सब स्थितियों को देखते हुए विशेषज्ञ मानते हैं कि छोटी अवधि के लिए निश्चित ब्याज दर वाला कार लोन चुनना चाहिए।

    दोनों के बीच ब्याज दर का कितना होता है अंतर?

    शॉर्ट टर्म लोन के लिए फिक्स्ड और फ्लोटिंग लोन पर ब्याज दरों में अंतर बहुत बड़ा नहीं होता है। निश्चित दरों की कीमत फ्लोटिंग दर से 5-10 आधार अंकों तक कम हो सकती है।

    क्या होता है लोन का पूर्व भुगतान, जुर्माना और शर्तें?

    निश्चित दर पर कार लोन चुनते समय विचार करने के लिए एक और कारक है। फ्लोटिंग-रेट लोन के विपरीत, जिसमें कोई पूर्व-भुगतान, जुर्माना नहीं होता है, एक निश्चित न्यूनतम अवधि से पहले एक निश्चित दर लोन के पूर्व-भुगतान या पूरी तरह से भुगतान से जुड़े शुल्क या शर्तें हो सकती हैं।