50 सामानों की कीमतों पर सरकार की पैनी नजर, किसी पर 0 तो किसी पर 5% टैक्स, जनता के फायदे के लिए जारी है निगरानी
जीएसटी दरों में बड़ी कटौती के बाद अब सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि नई दरों का लाभ लोगों तक पहुंचे। वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने बताया कि अलग-अलग कैटेगरी के 50 से ज़्यादा उत्पादों की समीक्षा की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि हमें महीने के अंत तक 50 से ज़्यादा वस्तुओं की कीमतों पर इनपुट का इंतज़ार है जिन पर क्षेत्रीय कार्यालय नज़र रख रहे हैं।

नई दिल्ली। जीएसटी की दरों (GST New Rates) में बड़े कटौती के बाद अब सरकार इस बात पर बारीकी से नजर रख रही है कि देश के लोगों को नई दरों का लाभ मिल रहा है, क्या कंपनियां टैक्स की दरों में की गई कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचा रही हैं। कई सरकारी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि सितंबर के आखिरी में क्षेत्रीय जानकारियों का विश्लेषण करने के बाद ही इस मामले में कोई कार्रवाई की जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने कहा, "सरकार इस बात पर नज़र रख रही है कि क्या जीएसटी का लाभ आगे बढ़ाया जा रहा है। हम 28 सितंबर तक क्षेत्रीय स्तर पर तैयार होने वाली सूचनाओं का इंतज़ार कर रहे हैं।
50 से ज्यादा प्रोडक्ट्स पर खास नजर
एक अन्य वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने बताया कि अलग-अलग कैटेगरी के 50 से ज़्यादा उत्पादों की समीक्षा की जा रही है। अधिकारी ने कहा, "हमें महीने के अंत तक 50 से ज़्यादा वस्तुओं की कीमतों पर इनपुट का इंतज़ार है, जिन पर पूरे भारत में क्षेत्रीय कार्यालय नज़र रख रहे हैं।"
शुरुआती निगरानी व जांच के आधार पर अधिकारियों का अनुमान है कि लगभग 90 प्रतिशत सेक्टर पहले से ही अपनी कीमत में जीएसटी कटौती को दर्शा रहे हैं, हालांकि छोटे खुदरा विक्रेता जो जीएसटी के तहत पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें अपना पुराना स्टॉक निकालने में और समय लगने की उम्मीद है। वहीं, नियम व अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की भी बारीकी से जांच की जा रही है।
बता दें कि रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली कई चीजों पर जीएसटी की दरों को 12 फीसदी से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है, जबकि 147 प्रोडक्ट्स ऐसे हैं जिन पर जीएसटी की दर जीरो है यानी इन सामानों पर कोई टैक्स नहीं लिया जा रहा है। इनमें दूध से लेकर कई अन्य सामान शामिल हैं। देखें पूरी लिस्ट
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