फेडरल रिजर्व के ब्याज दर घटाने का गोल्ड पर क्या पड़ा असर, दाम घटे या बढ़े? आगे ये फैक्टर्स रहेंगे अहम
यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती (US Fed Rate Cut) के बाद सोने की कीमतों में उछाल आया है। डॉलर में कमजोरी और सोने की मांग में वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रेड वॉर और जियोपॉलिटिकल टेंशन के कारण सोने के लिए मध्य अवधि में नजरिया बुलिश है। फेड द्वारा और रेट कट करने पर सोने में तेजी आ सकती है।

यूएस फेड के रेट कट करने से चमका गोल्ड
नई दिल्ली। यूएस फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स (0.25 फीसदी) की कटौती कर दी है। इसके बाद गुरुवार को सोने की कीमतें बढ़ गईं। दरअसल यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के फैसले से डॉलर भी थोड़ा कमजोर हुआ और सोने की डिमांड में बढ़ोतरी देखने को मिली।
बता दें कि स्पॉट गोल्ड 0.4% बढ़कर $3,942.97 प्रति औंस हो गया। हालांकि, दिसंबर डिलीवरी के लिए यूएस गोल्ड फ्यूचर 1.1% गिरकर $3,955 प्रति औंस हो गया। इसमें प्रॉफिट बुकिंग का भी थोड़ा प्रभाव दिखा है।
वहीं दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 0.4% बढ़कर $4,000.7 प्रति औंस पर बंद हुआ।
भारत में भी घटे दाम
हालांकि आईबीजेए के अनुसार आज भारत में सोने के दाम घटे हैं। 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड का रेट कल शाम को 1,20,628 रुपये पर बंद हुआ था, जबकि आज ये 1,19,253 रुपये पर खुला है। जानकारों का मानना है कि ट्रेड वॉर और जियोपॉलिटिकल टेंशन बरकरार है, जबकि दूसरी तरफ दुनिया भर के सेंट्रल बैंक अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं। ऐसे में अब भी गोल्ड के लिए मध्य अवधि में नजरिया बुलिश है।
एक अनुमान ये है कि अगर फेड इस साल और रेट कट करता है, तो सोने में "गोल्डन रैली" वापस आ सकती है, जिससे कीमतें जल्द ही $4,100 के मार्क से काफी ऊपर जा सकती हैं।
रेट कट का सोने की कीमतों पर असर
जब फेड ब्याज दरों में कटौती करता है, तो इसका सोने की कीमतों पर आमतौर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। क्योंकि फेड की नीति अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए ब्याज दरें कम करती है, जिससे निवेशक अन्य एसेट्स के बजाय सोने की ओर आकर्षित होते हैं।
ऐतिहासिक रूप से, रेट कट के बाद सोने की कीमतें बढ़ती हैं क्योंकि सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। असल में कम ब्याज दरें मुद्रास्फीति की आशंका बढ़ाती हैं और सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ हेज (बचाव) के रूप में काम करता है।
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ब्याज न मिलना भी एक कारण
सोने पर ब्याज नहीं मिलता, इसलिए रेट कम होने पर यह बॉन्ड जैसे फिक्स्ड-इनकम एसेट्स के मुकाबले ज्यादा आकर्षक हो जाता है और लोग इसमें पैसा लगाते हैं। इसके अलावा फेड द्वारा रेट कट किए जाने डॉलर कमजोर होता है। ऐसा इसलिए कम ब्याज दरें विदेशी निवेशकों को आकर्षित नहीं करतीं। वहीं सोना इंटरनेशनल लेवल पर डॉलर में दर्शाया जाता है, इसलिए डॉलर की गिरावट से सोने की कीमत बढ़ जाती है।

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