वैशाली का दशकों पुराना सपना हुआ साकार, CM नीतीश ने गोरौल में डिग्री कॉलेज की रखी नींव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली के गोरौल में डिग्री कॉलेज की आधारशिला रखकर दशकों पुरानी मांग पूरी की। उन्होंने जीविका दीदियों से मिलकर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार की सराहना की। कार्यक्रम में मातृत्व वंदना और कन्या उत्थान योजनाओं की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए प्रदर्शनी का अवलोकन किया और लोगों से बातचीत की।

संवाद सूत्र, गोरौल। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को वैशाली विधानसभा क्षेत्र की दशकों पुरानी मांग पूरी करते हुए गोरौल में डिग्री कालेज की आधारशिला रखी। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गोरौल के खेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में 11 करोड़ 53 लाख 60 हजार रुपये की लागत से बनने वाले इस कालेज की नींव रखी गई। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, स्थानीय विधायक सिद्धार्थ पटेल सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
प्रखंड की लोदीपुर पंचायत अंतर्गत चैनपुर गांव में डिग्री कालेज के शिलान्यास कार्यक्रम के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों से मुलाकात की और उनके साथ संवाद किया। जीविका की जिला परियोजना पदाधिकारी वंदना कुमारी और प्रखंड परियोजना प्रबंधक धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
कारोबार से बदली आर्थिक स्थिति
जीविका दीदी सुनीता कुमारी, पिंकी कुमारी, सभया कुमारी, अनिता देवी और प्रियंका देवी सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद वे छोटे-मोटे कारोबार करने लगी हैं, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पहले केले के रेशे से भगवान गणेश की प्रतिमा, शंख, बैग समेत कई सामग्री बनाई गई थी। अब उन्हें कारोबार के लिए 10 हजार रुपये मिले हैं, जिससे वे अपना व्यवसाय और आगे बढ़ा सकेंगी।
जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि रोजगार देने की दिशा में चलाए जा रहे इस अभियान से ग्रामीण महिलाओं को बड़ी सहूलियत मिली है। मुख्यमंत्री ने भी उनसे अगरबत्ती, पापड़, कपड़ा, सिलाई मशीन समेत अन्य रोजगार संबंधी गतिविधियों की जानकारी ली और उनकी पहल की सराहना की।
मातृत्व वंदना और कन्या उत्थान योजनाओं की जानकारी ली
कार्यक्रम स्थल पर बाल विकास परियोजना कार्यालय गोरौल की ओर से लाभुक संवाद सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यहां लगे स्टाल पर सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, पूरक पोषाहार, सूखा अनाज, अन्नप्राशन योजना आदि की जानकारी दी जा रही थी।
साथ ही गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की रस्म भी संपन्न कराई जा रही थी। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और लाभुक महिलाओं से बातचीत की। वे योजनाओं की गतिविधियां देखकर खुद को रोक नहीं पाए और बड़ी बारीकी से हर पहल को देखा।
आंगनबाड़ी सेविकाओं की ओर से बनाई गई रंगोली ने भी कार्यक्रम का आकर्षण बढ़ाया। डीपीओ प्रतिभा गिरी, सीडीपीओ सुरभि कुमारी, पर्यवेक्षिका नीलम कुमारी, सरिता सिन्हा और दुर्गा शक्ति ने मुख्यमंत्री को बताया कि योजनाओं के तहत गर्भवती महिलाओं को फल और अन्य सामग्री देकर प्रोत्साहित किया जाता है।
वर्षों पुरानी मांग पूरी होने पर गदगद नजर आए लोग
दशकों पुरानी डिग्री कालेज की मांग पूरी होने पर यहां के लोग काफी खुश नजर आ रहे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को तीसरी बार गोरौल पहुंचे थे। दो बार मुख्यमंत्री रहते हुए और एक बार जेपी आंदोलन के समय वे यहां आए थे।
7 जनवरी 2023 को वे यहां समाधान यात्रा के दौरान आए थे और विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत से रूबरू हुए थे। गोरौल के इस्लामपुर मध्य विद्यालय में छात्राओं से भी मुलाकात की थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले यहां विद्यालय, अस्पताल, सड़क और बिजली की स्थिति जर्जर थी, लेकिन अब इन सभी क्षेत्रों में सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री की खासियत यह रही है कि वे बार-बार यात्राओं के माध्यम से जनता से जुड़कर जमीनी हकीकत जानने का प्रयास करते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।