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    वैशाली को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सौगात, 744 करोड़ की योजनाओं का किया शिलान्यास

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 07:17 PM (IST)

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली जिले को 744 करोड़ रुपये की 331 योजनाओं की सौगात दी। इन योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास गोरौल में किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं से जिले के विकास को नई दिशा मिलेगी। सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाओं को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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    मुख्यमंत्री ने वैशाली को 744.85 करोड़ की 331 योजनाओं की दी सौगात

    जागरण संवाददाता, हाजीपुर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को गोरौल स्थित डिग्री कालेज परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 744 करोड़ 85 लाख रुपये की लागत से बनी कुल 331 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें प्रगति यात्रा के दौरान जिले के लिए घोषित योजनाएं भी शामिल हैं।

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    उन्होंने गोरौल डिग्री कालेज का शिलान्यास किया और प्रस्तावित भवन के 3डी माडल का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित पेंशनधारी लाभुकों, जीविका दीदियों, आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं समेत अन्य लाभुकों से उन्होंने बातचीत की और योजनाओं के क्रियान्वयन तथा उनके लाभ के बारे में जानकारी ली।

    देसरी के जफराबाद स्थित एसपीएस कालेज परिसर में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं से जिले के विकास कार्यों को नई दिशा मिलेगी और लोगों के जीवन स्तर में सकारात्मक सुधार होगा। सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाओं को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

    उन्होंने कहा कि जब से उनकी सरकार बनी है, तब से बिहार में कानून का राज स्थापित हुआ है और बिहार देश की प्रगति में अहम योगदान दे रहा है। 2005 से 2020 के बीच आठ लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई।

    सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख युवाओं को नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और 39 लाख लोगों को रोजगार दिया जा चुका है। इस साल यह संख्या 50 लाख पार कर जाएगी। अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार मिलेगा।

    शिक्षा-स्वास्थ्य में उपलब्धियां, महिलाओं को बनाया सशक्त

    मुख्यमंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर स्कूल भवन बने, साइकिल-पोशाक योजना शुरू हुई और बीपीएससी के जरिए 2.58 लाख नियुक्तियां की गईं। अब राज्य में शिक्षकों की संख्या 5.20 लाख हो गई है।

    स्वास्थ्य सेवाओं में 12 मेडिकल कालेज हो चुके हैं। 20 जिलों में मेडिकल कालेजों का निर्माण तेजी से चल रहा है। पटना मेडिकल कालेज को 5,000 बेड और अन्य कालेजों को 2,500 बेड का बनाया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि 2006 में पंचायती राज और 2007 में नगर निकाय में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया। 2013 में पुलिस विभाग और 2016 में सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% आरक्षण दिया गया।

    स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़कर 1.40 करोड़ हो गई है। पेंशन राशि 1,100 रुपये कर दी गई है और 125 यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही है।

    बजट और आधारभूत संरचना पर फोकस

    नीतीश कुमार ने कहा कि 2005-06 में बिहार का बजट 28,000 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 3.16 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। हाजीपुर-पटना को जोड़ने वाले गांधी सेतु का पुनर्निर्माण कराया गया है और कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल मई 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा।

    इस दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी,शिक्षा मंत्री सुशील कुमार, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा आदि उपस्थित थे।

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