नीतीश ने कहा, शराबबंदी पर मुझे डराया गया, इससे तो जमा हुए 10,000 करोड़
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के बाद लोगों ने मुझे डरा दिया था कि इससे राजस्व का काफी नुक्सान होगा, लेकिन इससे तो लोगों को दस हजार करोड का फायदा ही हुआ है।
पटना [जेएनएन]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के बाद शराब के पक्षधरों ने मुझे राजस्व घाटे का डर दिखाया और कहा कि पांच हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा, लेकिन, मुझे सुकून है कि लोगों के पास 10 हजार करोड़ रुपये जमा हो रहे हैं। लोगों के पास रुपये जमा होने से प्रदेश में व्यापार बढ़ा है।
निश्चय यात्रा के पांचवें चरण के पहले दिन गुरुवार को सासाराम के फजलगंज के न्यू स्टेडियम में आयोजित चेतना सभा में उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद बचे पैसे को लोग अपने बच्चों की पढ़ाई, परिवार की सेहत व कपड़ों पर खर्च कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी का प्रदेश में व्यापक असर हुआ है। यह बाजार में भी दिख रहा है़ शराबबंदी के बाद से प्रदेश में सिलाई मशीनों की बिक्री 19% बढ़ी है। हैंडक्राफ्ट व रेडिमेड कपड़ों की मांग 44% बढ़ी है़ दूध की बिक्री में भी 11% व रसगुल्ले की बिक्री में 16% की वृद्धि हुई है़ सड़क हादसों में 55%, हत्या में 24%, लूट में 16% व दंगे में 37% की कमी आयी है।
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सीएम ने कहा कि हमने अधिकारियों से शराब के पुराने कारोबारियों पर नजर रखने को कहा है। अगर वे कोई दूसरा धंधा कर रह हैं, तो ठीक है। अगर नहीं, तो उनकी जांच की जायेगी। 21 जनवरी को शराबबंदी के समर्थन में दो करोड़ लोगों की मानव शृंखला बनाने का लक्ष्य है।
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उन्होंने कहा कि रोहतास में मानव शृंखला यूपी की सीमा से शुरू होकर जहानाबाद तक जायेगी़ उन्होंने कहा कि रोहतास जिले के तीन प्रखंड खुले में शौचमुक्त घोषित हो चुके हैं। अगर यही रफ्तार रही, तो इस मामले में यह जिला राज्य में अव्वल होगा।
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