Land For Job Scam: लालू प्रसाद के पूर्व निजी सचिव की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने मुकदमा चलाने की परमिशन
जमीन के बदले नौकरी मामले की जांच शुरू होने के बाद पूर्व IAS और लालू प्रसाद के रेल मंत्री कार्यकाल में उनके निजी सचिव रहे महाजन भी CBI की रडार पर थे। क ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, पटना। Land For Job Scam: भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे आरके महाजन के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी घोटाले में मुकदमा चलाने की अनुमति के साथ ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को जांच में तेजी आने की उम्मीद है।
CBI की अपील पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने गुरुवार को ही पूर्व IAS और लालू प्रसाद के रेल मंत्री कार्यकाल में उनके निजी सचिव (पीएस) व रेलवे जन शिकायत कोषांग के कार्यकारी निदेशक रहे महाजन के खिलाफ मुकदमा कर जांच आगे बढ़ाने की अनुमति दी है।
लालू के खास माने जाते हैं महाजन
- भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के तौर पर महाजन प्रदेश के विभिन्न महकमों में रह चुके हैं।
- आरके महाजन को राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद का खास माना जाता था।
2004-2009 के बीच जब लालू प्रसाद केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे उस वक्त प्रसाद उन्हें मंत्रालय ले गए और पद सौंपा। जमीन के बदले नौकरी मामले की जांच शुरू होने के बाद से CBI की नजर भारतीय सेवा के अधिकारी महाजन पर थी।
पूछताछ में मिल सकते हैं कई अहम सुराग
सूत्रों की माने तो जांच एजेंसी को उम्मीद है कि महाजन से पूछताछ के क्रम में कई अहम सुराग मिल सकते हैं। लालू प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री के तौर पर लोगों की जमीन अपने परिवार के नाम पर लिखाते हुए बिना किसी परीक्षा या इंटरव्यू के नौकरियां बांटी।
कोर्ट से मांगी मुकदमा चलाने की अनुमति
महाजन उनके खास माने जाते हैं, लिहाजा उनसे घोटाले के बारे में कई जानकारियां मिल सकती हैं। बता दें कि CBI को जांच शुरू करने के बाद से महाजन की भूमिका संदिग्ध लग रही थी। जिसके बाद कोर्ट से महाजन के खिलाफ भी मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी गई थी।
इन लोगों को बनाया गया आरोपी
इस मामले में सीबीआइ ने लालू प्रसाद के साथ ही उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ ही सांसद पुत्री डॉ. मीसा भारती, हेमा यादव समेत अन्य को आरोपी बनाया है। अब इन नामों में पूर्व आइएएस आरके महाजन का नाम भी शाामिल हो गया है।
राजद के टिकट वितरण में लालू प्रसाद की कोई भूमिका नहीं
जदयू की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा और हिमराज राम ने शुक्रवार को एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि राजद के टिकट वितरण में अब लालू प्रसाद की कोई भूमिका नहीं है। वर्तमान दौर में लालू यादव स्वयं राजनीतिक ठोक-ठाक का पर्याय बन चुके हैं। उनके पुत्र ने ही उन्हें ठिकाने लगाकर सियासी तौर पर किनारे लगा दिया है।
जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि महुआ बाग में बन रही भ्रष्टाचार की कोठी में ईंट-गारा और सीमेंट की बोरियों को गिनने का काम लालू प्रसाद को दिया गया है। पार्टी का जनाधार को जैसे-तैसे बचाने के लिए लालू प्रसाद को अब सिर्फ राजनीतिक मोहरा के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा।

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