इधर नीतीश कुमार को लेकर सियासत तेज, उधर राहुल गांधी के बिहार आने की तैयारी; क्या है प्लान?
बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी को पटना लाकर चुनावी अभियान की शुरुआत कर सकती है। पार्टी ने राहुल को पटना तक लाने के लिए दो अलग-अलग प्रस्ताव तैयार किए हैं। बता दें लोकसभा चुनाव में नौ सीटों पर लड़कर तीन सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस प्रदर्शन के बाद उत्साह में है। अब उसकी निगाह अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव पर है।

सुनील राज, पटना। एक तरफ नीतीश कुमार को लेकर सियासी पारा हाई है, तो दूसरी ओर बिहार में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) के पहले कांग्रेस पार्टी अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को पटना लाकर चुनावी अभियान का श्रीगणेश कर सकती है। बिहार कांग्रेस राहुल गांधी को चुनाव के पूर्व पटना लाने की तैयारियों में जुटी है।
कांग्रेस पार्टी ने राहुल को पटना तक लाने के लिए दो अलग-अलग प्रस्ताव तैयार किए हैं। जिस पर स्थानीय नेताओं की सहमति बनाई जा रही है। स्थानीय स्तर पर सहमति बनने के बाद इस प्रस्ताव को अंतिम सहमति के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को सौंपा जाएगा।
उत्साह में है कांग्रेस पार्टी
बिहार में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव में नौ सीटों पर लड़कर तीन सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस प्रदर्शन के बाद उत्साह में है। अब उसकी निगाह अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव पर है। फिलहाल, पार्टी के एक-एक नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता संविधान रचयिता बाबा साहब आंबेडकर के सम्मान के मसले पर प्रदेश में विभिन्न प्रकार के आयोजन में जुटे हैं।
कांग्रेस के इन आयोजनों को भी चुनाव से ही जोड़कर देखा जा रहा है। अब अपने इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी पटना में बड़े आयोजन की तैयारी में है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी पटना से अपने चुनावी कार्यक्रम की शुरुआत करेगी, लेकिन इसके पहले कोशिश है कि पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी कार्यक्रम की शुरुआत करें।
वरिष्ठ नेता क्या चाहते हैं?
पार्टी ने इसकी कार्य योजना भी बनाई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की चाह थी कि नए साल में जनवरी के दूसरे सप्ताह में राहुल गांधी को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम बुलाकर चुनावी कार्यक्रम लॉन्च कराया जाए, लेकिन इस बीच पार्टी को बड़े नेताओं से यह सुझाव भी मिले हैं कि जनवरी के अंत या फरवरी के मध्य तक पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बड़ी रैली आयोजित की जाए, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राहुल गांधी को आमंत्रित किया जाए।
अब इन दो प्रस्तावों पर चर्चा के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा, फिलहाल पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता गुरुवार को कर्नाटक के बेलगावी में हो रहे सम्मेलन के लिए कर्नाटक में हैं। इनके लौटने के बाद राहुल गांधी की यात्रा पर प्रदेश स्तरीय नेताओं की सहमति बनाई जाएगी। इसके बाद प्रस्ताव एआईसीसी को सौंप दिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि जनवरी के पहले सप्ताह तक यह तय हो जाएगा कि राहुल गांधी जनवरी के मध्य में पटना आएंगे या फिर फरवरी में।
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