Bihar News: कैमरे की नजर में ही होगा खनन, अगर बंद हुआ तो...;नीतीश सरकार के नए फरमान से उड़ी बालू तस्करों की नींद
बालू के अवैध खनन और परिवहन को रोकने के लिए खान एवं भू-तत्व विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। अब जिलों में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की मदद से इस पर नजर रखी जाएगी। प्रदेश के जिन 16 जिलों में बालू का खनन शुरू हो गया है उन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। कमांड सेंटर नजर रखेगा कि जितनी अनुमति है उससे ज्यादा खनन या परिवहन तो नहीं हो रहा।

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Illegal Sand Mining: प्रदेश में बालू के अवैध खनन और परिवहन को पूरी तरह से नियंत्रित करने के लिए खान एवं भू-तत्व विभाग ने जिलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की मदद लेने का निर्णय लिया है। अधिकांश जिलों में विभाग के यह कमांड और कंट्रोल सेंटर सक्रिय हो चुके हैं। इन केंद्रों से मॉनिटरिंग के लिए बकायदा नोडल कर्मचारी भी नियुक्त होंगे।
अवैध खनन रोकने के लिए फैसला
खान एवं भू-तत्व विभाग ने यह अनुभव किया है कि तमाम कोशिशों के बाद भी नदियों से अवैध खनन व परिवहन पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पा रही है, जबकि इस प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियों पर अंकुश के लिए रोज नए उपाय किए जा रहे हैं।
इसके बाद अब विभाग ने फैसला किया है कि जिलों में बने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, जिला नियंत्रण कक्ष और जिलों से बालू के अवैध खनन, परिवहन पर निगाह रखी जाएगी।
16 जिलों में शुरू हुआ खनन
- विभाग ने अपने निर्णय से जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए कहा है कि फिलहाल 16 जिले जहां से खनन प्रारंभ हुआ है वहां कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से अवैध खनन परिवहन की निगरानी होगी।
- कमांड सेंटर में अलग से एक नोडल कर्मचारी प्रतिनियुक्त किया जाएगा, जो घाटों पर होने वाले खनन की निगरानी रखेगा और देखेगा कि जितनी अनुमति है उससे ज्यादा खनन या परिवहन तो नहीं हो रहा।
- यहीं नहीं संबंधित कर्मचारी अपनी रिपोर्ट बनाकर प्रतिदिन राज्य मुख्यालय को भी प्रेषित करेगा। विभाग को उम्मीद है कि इस निर्णय से काफी हद तक बालू के अवैध खनन और परिवहन पर रोक लगाई जा सकेगी।
दो घंटे से अधिक समय तक बंद हुआ कैमरा तो चालान बंद होगा
खान एवं भू-तत्व विभाग ने यह निर्णय भी लिया है कि बालू घाटों पर लगाए गए कैमरे यदि दो घंटे या इससे अधिक समय तक बंद रहे तो चालान बनना बंद हो जाएगा ताकि बालू का खनन करते हुए अवैध परिवहन न किया जा सके। इस निर्णय की जानकारी भी सभी जिला खनन पदाधिकारियों को भेज दी गई है।
ED की रडार पर जिले के तीन बालू ठेकेदार
सोन में अवैध खनन व बालू खनन का ठेका लेने वाली कंपनी व ठेकेदारों के खिलाफ ईडी के द्वारा की जा रही कार्रवाई से जिले के बालू कारोबारियों में हड़कंप है। सोन के बालू के अवैध कारोबार और मनी लांड्रिंग के मामले में औरंगाबाद जिले के तीन कारोबारी ईडी के रडार पर हैं।
बताया जाता है कि तीनों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी रहे नैयर हसनैन खान के द्वारा कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट ईडी को भेजी गई थी। दो के खिलाफ तो थाना पुलिस ने भी एसपी को रिपोर्ट भेजी थी।
रिपोर्ट भेजने वाले एक थानाध्यक्ष ने बताया कि कारोबारी के खिलाफ पूरी रिपोर्ट एसपी को भेजी गई थी। हालांकि, रिपोर्ट पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अवैध खनन और स्टॉक का बालू बिना चालान के बेचने के मामले में जिले के दाउदनगर, ओबरा, बारुण, नबीनगर, बड़ेम, रिसियप थाना में करीब 12 प्राथमिकी वर्ष 2021 और 2022 में कराई गई थी।
सभी प्राथमिकी जिला खनन पदाधिकारी के द्वारा कराई गई थी। प्राथमिकी में सोन में बालू खनन का ठेका लिए आदित्य मल्टीकॉम कंपनी के मालिक, प्रबंधक और कर्मियों को आरोपित किया गया था। आरोपितों पर जिला खनन पदाधिकारी के द्वारा आरोप लगाया गया था कि बिना प्री-पेड चालान के भंडारित बालू को अवैध तरीके से प्रेषण कर दिया गया है।
यह मामला तब पकड़ा गया था जब पटना की टीम भंडारित बालू का भौतिक सत्यापन करने स्थल पर पहुंची थी। भंडारित स्थल पर बालू का भंडारण शून्य पाया था। इस मामले में जिला की पुलिस अपने स्तर से कोई कार्रवाई नहीं कर सकी। न किसी की गिरफ्तारी कर सकी और न किसी के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित कर सकी।
हालांकि, आदित्य माल्टीकॉम कंपनी से जुड़े जयनारायण सिंह समेत अन्य लोगों पर ईडी के द्वारा कार्रवाई की गई है। आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है।
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