Bihar News: इस महीने बढ़ सकती है कई खनन पदाधिकारियों की मुश्किलें, नई रिपोर्ट से मचेगी खलबली
इस महीने के अंत तक खनन पदाधिकारी खान निरीक्षकों की मूल्यांकन रिपोर्ट आने की संभावना है। इसमें उनकी रैंकिंग भी होगी। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले पांच अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है। जिलों को मूल्यांकन प्रतिवेदन भेजा गया है और आपत्तियां मांगी गई हैं। पदाधिकारी 2-3 में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं जिससे उसमें यथासंभव कार्रवाई की जा सकेगी।
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में बालू समेत अन्य लघु खनिजों के अवैध खनन पर रोक के लिए खान एवं भू-तत्व विभाग निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में जिलों में तैनात खनन पदाधिकारियों, खान निरीक्षकों को अवैध खनन पर रोक के साथ ही इनके परिवहन, भंडारण के खिलाफ कार्रवाई करने, नियमित जांच अभियान चलाने के साथ ही अन्य कई जिम्मेदारियां दी गई है।
इस महीने के अंत तक आएगी रिपोर्ट
विभाग ने कुछ महीने पहले खान निरीक्षकों के कार्य के आधार पर उनके मूल्यांकन का निर्णय लिया था। संभावना है कि इस महीने के अंत तक खान निरीक्षकों की मूल्यांकन रिपोर्ट आ जाएगी जिसमें उनकी रैंकिंग भी होगी।
खान एवं भू-तत्व विभाग की ओर से सभी जिलों के खनिज कार्यालयों को खनन पदाधिकारी, खान निरीक्षकों का मूल्यांकन प्रतिवेदन भेजा गया है।
2-3 दिनों में दर्ज करा सकते हैं आपत्ति
इसके साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि यदि इस मूल्यांकन पर किसी पदाधिकारी को आपत्ति है तो दो से तीन दिनों के अंदर अपनी आपत्ति दर्ज कराएं।
इससे उस पर विचार कर यथासंभव आपत्ति के बिंदुओं को शामिल किया जा सके। इसके बाद खान निरीक्षकों की रैंकिंग रिपोर्ट जारी की जाएगी।
खराब प्रदर्शन करने वालों पर एक्शन
विभाग के अनुसार खान निरीक्षकों का मूल्यांकन नवंबर, दिसंबर और जनवरी के कार्यों के आधार पर हो रहा है। जिसे अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। विभाग का निर्णय है कि मूल्यांकन के क्रम में खनन पदाधिकारियों, खान निरीक्षकों की रैंकिंग रिपोर्ट जारी होगी।
सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले पांच पदाधिकारियों को चिह्नित कर जहां उन पर कार्रवाई होगी। वहीं बेहतर प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा।
आरा: रॉयल्टी जमा नहीं करने पर प्राथमिकी दर्ज करने का अल्टीमेटम
भोजपुर जिले में खनन विभाग का जनवरी माह तक रॉयल्टी जमा नहीं करने वाले 35 भट्ठा संचालकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। खनन विभाग ने जिले के बड़े बकायदार 35 ईंट भट्ठा मालिकों को दो सप्ताह के अंदर रॉयल्टी जमा करने का नोटिस थमाया है।
ऐसा नहीं करने पर सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए नीलामवाद की कार्रवाई शुरू करने की चेतावनी दी गई है।
मालूम हो भोजपुर जिले में लगभग 186 ईंट भट्ठा खनन विभाग के पास पंजीकृत होने के साथ संचालित हैं। इनमें से अब तक 71 ईंट भट्ठा की रॉयल्टी जमा हो गया है।
इसके अलावा लगभग 80 ईंट भट्ठा कागजी प्रक्रिया पूरा करने के दौर में शामिल है। 35 ईंट भट्टा को कई बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी अब तक रॉयल्टी जमा नहीं की गई है।
इन सभी के पास प्रति भट्टा 1,28,750 रुपये की दर से कुल लगभग 48 लाख से ज्यादा की रॉयल्टी बकाया हो गई है। खनन विभाग ने विगत सप्ताह इन सभी को नोटिस जारी कर दिया है।
बकायदारों की लिस्ट में सबसे ज्यादा संख्या सहार प्रखंड क्षेत्र के भट्ठा मालिकों की है। इसके बाद बड़हरा, तरारी, उदवंतनगर सेमत कई प्रखंडों के भट्ठा मालिक शामिल हैं। खनन विभाग की इस कार्रवाई के बाद समय पर रॉयल्टी जमा नहीं करने वाले भट्ठा मालिकों में हड़कंप मच गया है।
डीएम के निर्देश मिलने के बाद समय पर रॉयल्टी नहीं देने वालों के खिलाफ प्राथमिकी के साथ नीलामवाद की जल्द ही कार्रवाई शुरू होगी।
राजेश कुशवाहा, जिला खनन पदाधिकारी
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