Bihar Politics: बिहार में BJP को 'बेनकाब' करने की तैयारी में जुटी कांग्रेस, चुनाव से पहले बनाया ये मास्टर प्लान
बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अपनी तैयारियों में जुट गई है। रविवार को कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें नेताओं ने भाजपा की वोट बटोरने की साजिश को बेनकाब करने की रणनीति पर मंथन किया गया। इसके साथ ही कृष्णा अल्लावरू ने जिलाध्यक्षों को टास्क सौंपा कि सभी बूथों पर 31 मार्च तक बीएलओ की नियुक्ति की जाए।
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, चुनाव में अपना दमखम दिखाने के लिए कांग्रेस लगातार चुनावी रणनीति बनाने में जुटी है। इसी कड़ी में रविवार को कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में बारी-बारी से कई बैठकें आयोजित की गईं। पहले प्रभारी व अध्यक्ष ने जिलाध्यक्षों के साथ बूथ प्रबंधन से लेकर बीएलओ की नियुक्ति पर विचार किया।
बीजेपी को बेनकाब करने की रणनीति पर मंथन
इसके बाद सिविल सोसायटी के लोगों के साथ बैठक हुई और अंत में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों और सांसदों के साथ भाजपा की वोट बटोरने की साजिश को बेनकाब करने की रणनीति पर मंथन किया गया। इसके साथ ही आगामी चुनाव में कांग्रेस की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
31 मार्च तक होगी बीएलओ की नियुक्ति
कृष्णा अल्लावरू ने पहली बैठक में जिलाध्यक्षों को टास्क सौंपा कि सभी बूथों पर 31 मार्च तक बीएलओ की नियुक्ति का काम पूरा किया जाए। काम में लापरवाही या फिर खानापूर्ति करने पर दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।
सुविधाओं से लैस होंगी जिला इकाई
प्रभारी और अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से कहा कि चुनावी राजनीति में संगठन की धार की मजबूती के लिए बीएलओ की नियुक्ति पहला कदम है। जिला अध्यक्षों को कहा गयाकि जो परेशानियां हैं उन्हें तत्काल दूर करें और जिला इकाइयों को सुविधाओं से लैस करें।
बीजेपी को बेनकाब करने की रणनीति
देर शाम दोनों नेताओं ने पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ चुनावी अभियान को धारदार बनाने के उपायों पर विचार मंथन किया। भाजपा की धार्मिक उन्माद फैला वोट बटोरने की साजिश को बेनकाब करने की रणनीति भी इस दौरान बनाई गई।
पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएं: अल्लावारू
- अल्लावारू और डॉ. अखिलेश ने नेताओं से कहा कि वे अभी से पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने पर जोर दें। स्टार प्रचारकों का इस्तेमाल कहां और कैसे किया जाना है यह भी तय करें, ताकि बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकें।
- बैठक में आम लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दे मंहगाई, बेरोजगारी, इंदिरा आवास, बिजली जैसी समस्याओं को उठाने पर भी सहमति बनी।
- इसके अलावा प्रदेश के हर जिले में अनवरत कार्यक्रम एवं रैली के जरिए कार्यकर्ताओं में जोश भरने का निर्णय लिया गया।
बैठक में प्रभारी सचिव शाहनवाज आलम एवं सुशील पासी के साथ ही 40 संगठनात्मक जिलों के अध्यक्ष, ब्रजेश पाण्डेय, निर्मल वर्मा समेत दूसरे कई नेता, कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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