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    Bihar Politics: दिनभर चली बिहार कांग्रेस की पराजय समीक्षा, आलाकमान ने जानी हार की हकीकत

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 10:04 PM (IST)

    बिहार कांग्रेस में चुनाव परिणाम की समीक्षा हुई। आलाकमान ने हार के कारणों की पड़ताल की और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया। दिनभर चली बैठकों में पार्टी के प्रदर्शन पर गहन विचार-विमर्श किया गया, ताकि भविष्य में बेहतर रणनीति बनाई जा सके।

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    मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी। PTI

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी आलाकमान ने गुरुवार को दिनभर चली मैराथन समीक्षा बैठक में बिहार कांग्रेस के नेताओं से विस्तृत फीडबैक लिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजदूगी में हुई बैठक में नेताओं को 10-10 के समूह में बुलाया गया, ताकि प्रत्येक विधानसभा, हर उम्मीदवार की समस्याओं और कमियों को विस्तार से सुना जा सके।

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    बैठक के पहले इंदिरा भवन में नेताओं का हंगामा भी हुआ। पार्टी के दो नेता आपस में ऐसा उलझे के दोनों के बीच गोली-पिस्तौल तक की बाद हो गई। हालांकि, वरिष्ठ नेताओं ने हस्तक्षेप कर दोनों नेताओं को अलग किया।

    आज की बैठक में बिहार में चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस के सभी 61 प्रत्याशी व दूसरे कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे। खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रत्याशियों से दस-दस के समूह में मुलाकात की। पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु को इससे अलग रखा गया।

    बैठक के दौरान कई बार प्रत्याशियों से बात करते हुए संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल बैठक से बाहर भी निकले। बिहार के प्रत्याशियों से लंबी बातचीत के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने सांसद तारिक अनवर, डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह, मनोज कुमार से अलग से बात की। बैठक में शामिल होने के लिए पूर्णिया सांसद पप्पू यादव भी पहुंचे। सूत्र बताते हैं कि उन्हें बैठक से अलग ही रखा गया।

    सूत्रों की मान लें तो बैठक के दौरान कई प्रत्याशियों ने हार का ठीकरा गठबंधन की राजनीति पर फोड़ा और कहा कि पार्टी को राजद से संबंध समाप्त कर अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए। अगर यह स्थिति नहीं बनती है तो सीट और उम्मीदवारों का चयन पार्टी चुनाव से काफी पहले ही करें, ताकि चुनावी तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके।

    बैठक के दौरान पार्टी सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने बिहार में 43 नेताओं को नोटिस देने का मामला उठाया। इस पर वेणुगोपाल ने इस पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि ऐसा होना गलत है। राहुल गांधी ने कहा, यदि ऐसा हुआ है तो इस मामले में वेणुगोपाल अपने स्तर पर देखेंगे।

    पार्टी का आधिकारिक बयान

    उच्च स्तरीय बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर, डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह और कृष्णा अल्लावारू ने जानकारी दी। तारिक अनवर ने कहा कि विस्तृत समीक्षा हुई है। प्रत्येक नेताओं से फीडबैक लिए गए हैं। अब एआईसीसी पूरे मामले को देखेगी और पार्टी इसके बाद आगे का रोड मैप बनाएगी।

    डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रत्येक नेताओं से फीड बैक लेने के बाद आलाकमान ने बिहार पार्टी सांसद से भी राय जानी है। हम सभी ने अपनी बात रखी है। भविष्य में कांग्रेस बेहतर काम करेगी। इसके लिए बकायदा रोड मैप भी बनेगा।

    वहीं, अल्लावारू ने कहा कि हार के कई कारण रहे। वोट खरीदे गए। चुनावी प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाई गई। गठबंधन में समन्वय भी पराजय का एक कारण था।

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