Bihar Budget 2025: कब आएगा बिहार का बजट? सामने आई डेट, इस दिन से विधानसभा में शुरू हो सकता है सत्र
बिहार विधान मंडल का बजट सत्र 28 फरवरी से शुरू हो सकता है। बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा और राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी। 3 मार्च को उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी बजट प्रस्तुत कर सकते हैं। नए वित्तीय वर्ष के लिए बिहार का बजट तीन लाख करोड़ से अधिक का होने का अनुमान है।

राज्य ब्यूरो, पटना। 28 फरवरी से विधान मंडल का बजट सत्र आहूत हो सकता है। हालांकि, तिथि को लेकर अभी संशय है और इसका अंतिम निर्णय चार फरवरी को मंत्रिमंडल की बैठक में हो सकता है।
अब तक की सूचना के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट विधान मंडल में तीन मार्च को प्रस्तुत किए जाने की संभावना है।
पहले दिन राज्यपाल का होगा अभिभाषण
- बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा और राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी।
- एक मार्च को शनिवार और दो मार्च को रविवार होने के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी। तीन मार्च को उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी बजट प्रस्तुत कर सकते हैं।
- सूत्रों के अनुसार नए वित्तीय वर्ष के लिए बिहार का बजट तीन लाख करोड़ से अधिक का होने का अनुमान है। बजट सत्र के दौरान ही चालू वित्तीय वर्ष के लिए तृतीय अनुपूरक बजट भी सदन पटल पर रखा जाएगा।
नवादा में आगामी बजट से व्यापारी वर्ग की बढ़ गई उम्मीदें
अब ज्यादा दिन नहीं; बस दो दिनों की प्रतीक्षा! फिर एक फरवरी को पूर्वाह्न 11 बजे देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में केन्द्रीय बजट पेश करेंगी।
नवादा जिले में आम आदमी से लेकर व्यापारी, किसान, गृहिणियां समेत इंडस्ट्रियलिस्ट व अन्य सेक्टर के टैक्सपेयर्स इस बजट से कई उम्मीदें बांधे बैठे हैं।
अधिकतर व्यवसायी कर-प्रणाली में सुधार की गुजाईंश पाले हैं, तो कई इनकम टैक्स में छूट की कयास लगा रहे हैं।
सरकार कर-प्रणाली में सुधार करे। कई व्यवसायी टैक्स भरते हैं, तो कई टैक्स की चोरी कर लेते हैं। ऐसे में बाजार में पक्का काम करनेवाले व्यापारियों के लिए प्रतिस्पर्द्धा में रहना मुश्किल हो जाता है।- रविकांत कुमार, मनिहारी व्यवसायी।
क्या कहते हैं नवादा के सर्राफा व्यवसायी?
सर्राफा मार्केट आम लोगों की पहुंच से दूर होते जा रही है। सरकार ज्वैलरी आईटम पर केन्द्रीय करों में छूट दे। ऐसा होगा, तो सोने-चांदी के आभूषणों की खरीद-बिक्री बढ़ेगी। बाजार में तेजी आएगी। - अनिल कुमार, सर्राफा व्यवसायी।
क्या कहते हैं दवा व्यवसायी
जीवनरक्षक दवाओं की कीमतें कम हो। जेनरिक फार्मास्यूटिकल कंपनियों में दवाओं के निर्माण, उनके प्रबंधन और खरीद-बिक्री पर नियंत्रण स्थापित किया जाए, जिससे आम जनता को लाभ मिल सके। - राजन कुमार, दवा व्यवसायी।
क्या कहते हैं भवन निर्माण सामग्री व्यवसायी
जीएसटी और सेवा कर को सरल किया जाए। नए व्यापारियों को टैक्स में छूट मिले, तभी वे तरक्की के मार्ग पर अग्रसर हो सकेंगे। सरकार कर-प्रणाली को आसान बनाएं। इनकम टैक्स में छूट की सीमा बढ़ाई जाएं।-जीतेन्द्र प्रसाद गुप्ता, भवन निर्माण सामग्री व्यवसायी।
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