Lok Sabha Election 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव की तैयारी का खाका खींच गए अमित शाह, जानिए क्या है BJP का प्लान
Bihar Politics लोकसभा चुनाव में अभी भले ही पांच माह की देरी हो पर भाजपा ने अभी से कमर कस ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पताही हवाई अड्डे के मैदान में भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के लिए लोकसभा चुनाव की तैयारी का खाका खींच दिया। उन्होंने राजद के आधार वोट एमवाई (मुस्लिम-यादव) को सीधे तौर पर पहली बार एक साथ निशाना साधा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। लोकसभा चुनाव में अभी भले ही पांच माह की देरी हो, पर भाजपा ने अभी से कमर कस ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पताही हवाई अड्डे के मैदान में भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के लिए लोकसभा चुनाव की तैयारी का खाका खींच दिया।
उन्होंने राजद के आधार वोट एमवाई (मुस्लिम-यादव) को सीधे तौर पर पहली बार एक साथ निशाना साधा। कहा, नीतीश सरकार ने लालू प्रसाद के दबाव में जाति आधारित गणना में एमवाई तुष्टीकरण के लिए दोनों की संख्या अधिक बताई। इसे अति पिछड़ों के साथ अन्याय बताया।
शाह की रैली में मंच ये बड़े नेता थे मौजूद
जिस मंच से केंद्रीय गृह मंत्री ने यह बात कही वहां यादव के नेता एवं उनके नायब नित्यानंद राय और पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव मौजूद थे। इसके अलावा भाजपा में मुस्लिम चेहरा सैयद शाहनवाज हुसैन भी थे। उन्होंने लालू-नीतीश को चुनौती दी कि राज्य में अति पिछड़ा को मुख्यमंत्री बनाएं।
अति पिछड़ा और पिछड़ा कार्ड खेलते हुए उन्होंने इस वर्ग के लिए किए गए केंद्र सरकार के कार्य गिनाए। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं को यह सीधा संदेश दिया गया वह अपने परंपरागत वोट बैंक के साथ अति पिछड़ा और पिछड़ा पर फोकस करें।
भाजपा की रणनीति में बदलाव
पार्टी के एक नेता की मानें तो भाजपा अब मुस्लिम और यादव वोट पर अधिक फोकस नहीं करेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि यादव नेता को बिहार प्रभारी बनाए जाने के बाद भी यह वोट भाजपा को बहुत कम मिले। इससे बेहतर यह है कि अति पिछड़ा और यादव से इतर पिछड़ा वोटरों की तरफ ऊर्जा लगाएं। इससे जरूर कुछ फायदा होगा।
जिलाध्यक्ष रंजन कुमार का मानना है कि भाजपा ही ऐसी पार्टी है जिसका सभी जाति और धर्म में आधार है। देश की एकता, अखंडता और सनातनी विचारधारा के पक्षधर के लिए जाति और धर्म मायने नहीं रखता। केंद्रीय गृह मंत्री के संबोधन के बाद पार्टी को एक दिशा मिली है। उसके आधार पर लोकसभा चुनाव की तैयारी होगी।
पूर्व मंत्री ने नीतीश लालू पर बोला हमला
भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री अजित कुमार ने जाति गणना के आंकड़ों को लेकर लालू और नीतीश को घेरा। कहा कि यह राज्य की अन्य जातियों को खंडित करने का काम है। दोनों नेताओं ने अपने स्वार्थ के लिए आंकड़ों में गड़बड़ी की। मुस्लिम और यादवों की संख्या बढ़ाकर दिखाई गई।
अन्य जातियों को कमजोर करने के लिए उन्हें खंडित कर दिया गया। मगर, इसका लाभ लालू और नीतीश को नहीं मिलेगा। सनातन को मानने वाले यादव समेत सभी जातियों के मतदाता नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए समर्थन देंगे।
इससे इतर राजद जिलाध्यक्ष रमेश गुप्ता मानते हैं कि बिहार में जाति आधारित गणना होने से भाजपा नेता घबराए हुए हैं। गृह मंत्री का एमवाई तुष्टीकरण का आरोप भी सही नहीं है, जिसकी जितनी आबादी है वही आंकड़े सामने आए हैं। ऐसे में उनके अति पिछड़ा या पिछड़ा कार्ड का कोई असर नहीं होने वाला है।

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