'सीमांचल में नहीं; दिल्ली में मुंहबोली बांग्लादेशी बहन', AIMIM प्रमुख ओवैसी का अमित शाह पर भी पलटवार
बिहार में घुसपैठियों का मुद्दा चुनावी माहौल में गरमा रहा है। अररिया में अमित शाह ने घुसपैठियों को चुन-चुन कर बाहर निकालने की बात कही वहीं कटिहार में ओवैसी ने इस मुद्दे पर नई बहस छेड़ दी है। बलरामपुर में ओवैसी ने कहा कि बांग्लादेशी सीमांचल में नहीं दिल्ली में मोदी की मुंहबोली बहन है। इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।

जागरण संवाददाता, कटिहार। बिहार में चुनाव में घुसपैठिए का मामला गरमा जा रहा है। अररिया के फारबिसगंज में गृहमंत्री अमित शाह घुसपैठियो को चुन-चुन कर बाहर करने की बात कही, तो कटिहार में औवेसी ने नई बहस छेड़ दी है।
बलरामपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बारसोई के पीडल्यूडी मैदान में एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बांग्लादेशी सीमांचल में नहीं, दिल्ली में मोदी की एक मुंहबोली बहन (शेख हसीना) है। उसे बांग्लादेशी जनता ने भगाया तो मोदी ने कहा कि आओ मेरी बहना, मेरी छत्रसाया में रहना।
औवेसी सीमांचल न्याय यात्रा पर किशनगंज से बारसोई पहुंचे थे। ओवैसी ने कहा कि यहां कोई बांग्लादेशी नहीं है। सभी भारतीय हैं। यह देश हमारा भी है। हमें कोई बाहर नहीं कर सकता। लोगों से पूछा-11 साल से प्रधानमंत्री मोदी हैं या सीमांचल का कोई शख्स! फिर अगर तुम्हारी नाक के नीचे से कोई बांग्लादेशी आ गया तो तुम नाकाम, तुम कुर्सी छोड़कर जाओ।
औवेसी ने सभा के बहाने एकबार फिर बक्फ बोर्ड का राग अलापा। जनता से पूछा कि वक्फ का मालिक कौन होता है? वक्फ का मालिक अल्लाह होता है, लेकिन मोदी उसका मालिक बनना चाहता है। वक्फ पर औवेसी ने नीतीश कुमार, चिराग पासवान व उपेंद्र कुशवाहा को भी घेरा। बंगाल में बंगाली जुबान बोलने वाले हमारे भाई-बहनों के साथ जुल्म किया जाता है।
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