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    जमुई रेल हादसा: ग्राउंड जीरो पर डटे रेलवे के टॉप ऑफिसर, पुल से हटाए गए डिब्बे; पटरी सुधारने का काम जारी

    By SANJAY KUMAR SINGHEdited By: Krishna Bahadur Singh Parihar
    Updated: Mon, 29 Dec 2025 12:51 PM (IST)

    सिमुलतला में हुई रेल दुर्घटना के बाद रेलवे प्रशासन युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य में जुटा है। पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर और आसनसोल की डीआरएम ...और पढ़ें

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     रेलवे प्रशासन ने मरम्मती कार्यों में पूरी ताकत झोंक दी। फोटो जागरण

    संदीप कुमार सिंह, सिमुलतला (जमुई)। सिमुलतला में हुई रेल दुर्घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने मरम्मती कार्यों में पूरी ताकत झोंक दी है। ट्रैक को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए पूर्व रेलवे के शीर्ष अधिकारी खुद 'ग्राउंड जीरो' पर मोर्चा संभाले हुए हैं।

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    कड़कड़ाती ठंड के बीच युद्धस्तर पर चल रहे मरम्मत कार्य के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार दोपहर तक डाउन लाइन पर ट्रेनों का आवागमन फिर से शुरू कर दिया जाएगा।

    शीर्ष अधिकारियों की सीधी निगरानी

    घटना की गंभीरता को देखते हुए पूर्व रेलवे कोलकाता के महाप्रबंधक (जीएम) मिलिंद देउस्कर और आसनसोल मंडल की रेल प्रबंधक (डीआरएम) विनीता श्रीवास्तव घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं। डीआरएम विनीता श्रीवास्तव शनिवार से ही मौके पर मौजूद हैं, जबकि जीएम मिलिंद देउस्कर रविवार शाम यहां पहुंचे।

    Railway GM

    दोनों अधिकारी तकनीकी टीम और इंजीनियरों के साथ पल-पल की अपडेट ले रहे हैं और मरम्मती से जुड़े कार्यों की निजी तौर पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा मानकों से कोई समझौता किए बिना ट्रैक को जल्द क्लियर किया जाए।

    पुल से हटाए गए क्षतिग्रस्त डब्बे

    आसनसोल पीआरओ के मुताबिक, रेलवे का पूरा फोकस अब परिचालन को सामान्य बनाने पर है। दुर्घटनाग्रस्त पुल के ऊपर से मालगाड़ी के गिरे हुए डब्बों को हटाने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। मौके पर करीब दो सौ से ज्यादा रेलकर्मी, दर्जनों जेसीबी, चार बड़ी क्रेन और एक दर्जन से ज्यादा ट्रैक्टर व अन्य वाहनों की मदद से मलबा हटाने और पटरी को दुरुस्त करने में जुटे हैं।

    सुरक्षा मानकों पर विशेष जोर

    अधिकारियों की टीम सुरक्षा के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। ठंड की परवाह किए बिना तकनीकी विशेषज्ञों की टीम पटरियों की मरम्मत में लगी है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि डाउन पटरी का काम अंतिम चरण में है और सुरक्षा क्लीयरेंस मिलते ही दोपहर तक इस पर गाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। अधिकारियों की मौजूदगी से कार्य की गति में खासी तेजी देखी जा रही है।

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