Bihar News: ठंड और कोहरे से आलू और सरसों की फसलों पर संकट, किसान परेशान
बिहार में ठंड और कोहरे के कारण आलू और सरसों की फसलों पर संकट मंडरा रहा है, जिससे किसान परेशान हैं। शीतलहर ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है और किसानों को ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, शंभुगंज (बांका)। क्षेत्र में बीते एक सप्ताह से लगातार ठंड, कनकनी और घने कोहरे के कारण किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बदलते मौसम का सीधा असर आलू और सरसों की फसलों पर पड़ रहा है। खासकर आलू की फसल में पाला (झुलसा) रोग लगने की आशंका से किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। फसल को बचाने के लिए किसान खेतों में पटवन, दवा का छिड़काव और अन्य उपाय अपना रहे हैं।
कृषि कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष शंभुगंज क्षेत्र में करीब 15 हेक्टेयर भूमि पर आलू और लगभग 50 हेक्टेयर में सरसों की खेती की गई है। मौसम प्रतिकूल होने के कारण आलू की पत्तियां झुलसने लगी हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित होने का खतरा है।
किसानों रामजी यादव, रंधीर यादव, मनोज सिंह, गणेश मंडल और प्रमोद मंडल ने बताया कि दीपावली से पहले आलू की रोपाई की गई थी, लेकिन अचानक हुई बारिश से फसल बर्बाद हो गई। इसके बाद दोबारा रोपाई करनी पड़ी। अब ठंड और कोहरे के कारण पौधे झुलसने लगे हैं।
वहीं, सरसों की फसल में फूल और फल आने के समय खराब मौसम के कारण लाही का प्रकोप बढ़ गया है। इससे बचाव के लिए किसान बाजार से दवाएं खरीदकर छिड़काव कर रहे हैं।
इस संबंध में केवीके के कृषि विज्ञानी संजय मंडल ने किसानों को सलाह दी है कि ठंड और कोहरे से बचाव के लिए आलू खेत की मेढ़ों पर आग और धुआं करें, जिससे आद्रता कम होगी और तापमान अनुकूल बना रहेगा। साथ ही खेत की पटवन कर डायथेन एम-45 या रीडोमील दवा का छिड़काव करने से झुलसा रोग से बचाव संभव है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।