Farmer ID: फार्मर आईडी किसानों को दिलाएगी पहचान, मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ; ऐसे करें अप्लाई
अररिया जिले में डिजिटल कृषि मिशन के तहत 30.56 लाख किसानों का फार्मर आईडी बनेगा। यह आधार कार्ड बेस्ड होगा और किसानों को एक विशिष्ट डिजिटल पहचान प्रदान करेगा जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। फार्मर आईडी के माध्यम से किसान बैंक ऋण पीएम किसान सम्मान योजना और अन्य कृषि संबंधित सेवाओं का आसानी से लाभ ले सकते हैं।

अफसर अली, अररिया। डिजिटल कृषि मिशन के तहत जिले में 30.56 लाख किसानों का फार्मर आईडी बनेगा, जिससे किसानों को विशिष्ठ पहचान मिलेगी और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा। पंचायत स्तर पर किसानों का फार्मर आईडी बनाने की प्रक्रिया जोर शोर से चल रही है। किसान अपनी पंचायत में जाकर फार्मर आइडी बनवा सकते हैं।
फार्मर आईडी एग्री स्टैक प्लेटफार्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो किसानों की पहचान को सुरक्षित करने और उन्हें सरकारी सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने में मुफीद साबित होगा।
बैंक ऋण, पीएम किसान सम्मान योजना, क्षतिपूर्ति, समय समय पर किसानों को वैज्ञानिक तकनीक की जानकारी आदि फार्मर आइडी के माध्यम से दी जाएगी। ऐसे किसान जो फार्मर आईडी नहीं बनाएंगे, वे पीएम किसान सम्मान सहित अन्य सरकारी योजनाओं से वंचित रह सकते हैं।
3794 किसानों का हुआ पंजीयन
डीएओ गौरव प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में साढ़े तीस लाख से अधिक किसानों का आईडी बनाया जाएगा। सभी प्रखंडों व पंचायत स्तर पर कैंप लगाया जा रहा है। राजस्व व कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मियों को इस काम में लगाया गया है।
इस आईडी को बनाने के लिए किसानों को आधार कार्ड, राशन कार्ड या फैमिली आईडी और जमीन से जुड़ी जानकारी देनी होगी। फार्मर आईडी से किसानों को सरकारी योजनाओं को हासिल करने में आसानी होगी। अब तक जिले में 3794 किसानों का फार्मर आईडी बनाने के लिए पंजीयन कराया गया है। पिछले नौ अप्रैल से यह अभियान चल रहा है।
क्या है फार्मर आईडी?
फार्मर आईडी, आधार कार्ड बेस्ड किसानों की एक यूनिक डिजिटल पहचान है, जो राज्य की जमीन रिकार्ड प्रणाली से सक्रिय रूप से जुड़ी हुई है। जिसका मतलब है कि फार्मर आईडी किसान के जमीन रिकार्ड में बदलाव के साथ-साथ अपने आप अपडेट हो सकेगी।
किसान आईडी का उद्देश्य किसान केंद्रित लाभ प्रदान करना है। यह कदम एग्रीकल्चर सेक्टर में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं और सेवाओं तक किसानों की पहुंच को आसान और प्रभावी बनाने के मकसद से उठाया गया है। यहां किसान अपना डिटेल स्वयं चेक कर सकेंगे।
प्रशिक्षु बीएओ राजीव कुमार झा, कृषि समन्वयक सुधीर कुमार, किसान सलाहकार राजेश कुमार रंजन आदि ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्रेशन का कार्य तेजी से चल रहा है। फार्मर आईडी से किसानों को कृषि संबंधित योजना, बैंक लोन, फसल क्षति, अनुदानित दर पर खाद बीज आदि लेने में लाभ दायक साबित होगा।
ऐसे किसान जिनके नाम से कृषि योग्य भूमि है, उन्हें फार्मर आईडी बनाना जरूरी है। जो किसान आईडी नहीं बनाएंगे वे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाएंगे। यहां तक कि अगामी वर्ष से पीएम किसान सम्मान योजना का रकम भी बंद हो जाएगा।
गौरव प्रताप सिंह, डीएओ अररिया ।
प्रखंड वार फार्मर आइडी का लक्ष्य
प्रखंड | लक्ष्य |
अररिया | 38650 |
भरगामा | 54594 |
फारबिसगंज | 34428 |
जोकीहाट | 22198 |
कुर्सकांटा | 19871 |
नरपतगंज | 35103 |
पलासी | 32448 |
रानीगंज | 47055 |
सिकटी | 21242 |
प्रखंडवार अब तक पंजीकृत किसान
प्रखंड | पंजीकृत किसान |
अररिया | 389 |
भरगामा | 523 |
फारबिसगंज | 477 |
जोकीहाट | 62 |
कुर्साकांटा | 463 |
पलासी | 354 |
नरपतगंज | 673 |
सिकटी | 292 |
रानीगंज | 558 |
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