पेट्रोल भराने की टेंशन हो जाएगी खत्म, अगर गाड़ी में लगा है ये इंजन तो फिर किस बात की चिंता!
Flex Fuel Car का इंजन गैसोलीन और एथेनॉल ब्लेन्ड के साथ चलने के लिए सक्षम होता है। इसे बाकी इंजनों के मुकाबले अलग तरीके से तैयार किया जाता है ताकि यह ईंधन के विभिन्न मिश्रणों के साथ चलने में सक्षम हो।
By Sonali SinghEdited By: Updated: Mon, 17 Oct 2022 05:53 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Flex Fuel Car: इसी महीने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भारत की पहली फ्लेक्स फ्यूल कार Toyota Corolla को पेश किया था। ये कार पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ एथनॉल मिक्स पर भी चल सकती है। बता दें कि फ्लेक्स-फ्यूल को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के तौर पर लाया गया जो गैसोलीन और मेथनॉल के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है।
अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर यह पेट्रोल और डीजल के विकल्प के रूप में लाई गई है तो फिर यह सामान्य इंजन को क्यों नहीं चल सकती है? साथ ही अगर इसके लिए अगर अलग इंजन को लाया गया है तो फिर यह कैसे काम करता है? इन्ही सवालों के जवाब आज हम आपको देने वाले है।
कैसा होता है Flex Fuel Car का इंजन?
एक फ्लेक्स फ्यूल कार का इंजन सामान्य इंजनों से काफी अलग होता है। यह 100 प्रतिशत पेट्रोल या 100 प्रतिशत एथेनॉल या दोनों के मिश्रण के साथ भी चल सकता है। जबकि पेट्रोल या डीजल इंजनों में किसी भी तरह के ईंधन को मिक्स करने पर इंजन सीज हो सकता है। इसके अलावा फ्लेक्स-फ्यूल ईंधन वाली गाड़ियों को हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों के रूप में भी लाया जा रहा है, जिसे एथनॉल से चलाने के साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के रूप में भी चलाया जा सकता है।