नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। हाईवे या खुली सड़क पर ज्यादातर लोग अपनी गाड़ी की स्पीड तेज कर देते हैं। वैसे तो गाड़ी चलाने के लिए इस स्पीड से नीचे रहने की सलाह दी जाती है, पर बहुत बार हमें ध्यान नहीं रहता और हम इस स्पीड से ऊपर निकल जाते हैं।

ऐसा देखा गया है कि जैसे ही लोग गाड़ी की स्पीड बढ़ते हैं वह शेक करने लगती है। यानि कि कार में एक तरह की कंपन महसूस की जा सकती है। ऐसा अक्सर 60mph की स्पीड से ऊपर जाने पर होता है। अगर आपकी कार में भी ऐसा होता है तो आज हम आपको इसके पीछे का कारण बताने जा रहे हैं। साथ ही यह भी जानेंगे कि इसे कैसे दूर किया जा सकता है।

क्यों होती है कार शेक?

कार की स्पीड बढ़ने से होने वाली कंपन (शेक) के कारणों को जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर ये कंपन होती क्यों है। जैसे ही कार की स्पीड 60 मील प्रति घंटे (60mph) या उससे अधिक होती है, आप अपनी कार में कंपन महसूस कर सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (EPA) के अनुसार, औसत यात्री वाहन का वजन लगभग 1,885 किलोग्राम होता है। 60 मील प्रति घंटे की रफ्तार पर गाड़ी 50,560 किलोग्राम का मोमेंटम जनरेट कर देती है।

इससे कार को कंट्रोल करना मुश्किल होने लगता है। नतीजतन, असंतुलित पहिये, कर्ब पर दबाव, सस्पेंशन का खराब होना और बैलेंस का खोना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। साथ ही, इन कारणों से गाड़ी बहुत ज्यादा बाउंस भी करने लगती है और कंपन महसूस होता है। 

ऐसे करें कार के कंपन को ठीक

कार में होने वाली कंपन की वजहों की बात करें तो इसके पीछे कई कारण है, जिसके बारे में नीचे बताई गई है। इन कारणों को ठीक करके आप अपनी गाड़ी को तेज रफ्तार में चलाएंगे तब भी किसी तरह के कंपन का एहसास नहीं होगा।

व्हील बैलेंसिंग

हम अक्सर अपनी गाड़ी की सर्विसिंग तो करवाते हैं, लेकिन इसके पहियों पर ध्यान नहीं देते। जैसे ही पहिया घूमता है, टायर डगमगाने लगता है, जिससे ट्रेड के अंदर और फिर बाहर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे ही कंपन महसूस किया जाता है। इसे व्हील बैलेंसिंग के द्वारा ठीक किया जा सकता है। गाड़ी की सर्विसिंग करते समय इसे ठीक किया जा सकता है।

सस्पेंशन का खराब होना

एक सामान्य गाड़ी में फ्रंट सस्पेंशन का मुख्य काम होता है। गाड़ी को स्मूथ चलाने के लिए सस्पेंशन में शॉक एब्जॉर्बर) और कॉइल स्प्रिंग को शमिल किया जाता है। समय के साथ ये स्प्रिंग और स्पंज में जंग लगने लगते है और इनके विफल होने की सबसे अधिक संभावना हो जाती है। जब आप 60 मील प्रति घंटे की गति से चलते हैं तो कम रखरखाव वाले, सस्पेंशन इसके मुख्य कारण बन जाते हैं। इसे ठीक करने के लिए सस्पेंशन का समय-समय पर जांच करवाते रहना चाहिए।

व्हील बेअरिंग

किसी भी कार में व्हील बेअरिंग का सही साइज में होना बेहद जरूरी है। जब हम गलत साइज के व्हील बेअरिंग के साथ खराब सड़कों पर ड्राइविंग करते हैं तो इससे इनपर बहुत दबाव पड़ता है और यह ढीला हो जाता है। इस ढीलेपन की वजह से ही जब हम गाड़ी की स्पीड को बढ़ते हैं, इसमें झटके लगने शुरू हो जाते हैं। इसे ठीक करने के लिए किसी एक्सपर्ट से कार को दिखाना जरूरी है।

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Edited By: Sonali Singh