Rahu Ketu Gochar 2025: 18 मई को राहु-केतु करेंगे गोचर, धनु वाले रिस्क लेंगे, तो पाएंगे सक्सेस
18 मई 2025 को छाया ग्रह राहु धनु लग्न के जातकों के तृतीय भाव अर्थात कुंभ राशि में गोचर करेंगे जबकि केतु अष्टम भाव यानी सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर धनु राशि के जातकों के करियर वित्त स्वास्थ्य पारिवारिक जीवन और शिक्षा को प्रभावित करेगा। पढ़िए इस गोचर का क्या होगा धनु राशि वालों पर असर।
आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। राहु-केतु के इस गोचर Rahu Ketu transit 2025 के दौरान जहां राहु संवाद और नेटवर्किंग को प्रोत्साहित कर सकते हैं, वहीं केतु का प्रभाव पारंपरिक विश्वासों से अलगाव की ओर ले जा सकता है।
ज्योतिषाचार्य आनंद सागर पाठक राहु-केतु गोचर 2025 और मेष राशि पर होने वाले प्रभाव Rahu Ketu impact 2025 की विस्तृत विवेचना प्रस्तुत कर रहे हैं।
करियर पर प्रभाव
यह गोचर विशेष रूप से करियर के लिए अनुकूल है, विशेषकर यदि आप मीडिया, विपणन, पत्रकारिता, या संवाद से संबंधित क्षेत्रों में कार्यरत हैं। तृतीय भाव में राहु देव आपकी साहसिकता, रचनात्मकता और जोखिम लेने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करेंगे, जिसके परिणामस्वरूप नई नौकरी के अवसर, पदोन्नति या व्यवसाय विस्तार हो सकता है।
आप अनोखे करियर मार्ग या विदेशी सहयोग की ओर भी आकर्षित हो सकते हैं। हालांकि, अष्टम भाव में केतु देव आपके दीर्घकालिक करियर मार्ग को लेकर प्रश्न उत्पन्न कर सकते हैं। ऐसे में अपनी प्रवृत्तियों पर विश्वास करें, लेकिन किसी भी इंपल्सिव करियर परिवर्तन से बचें।
वित्त पर प्रभाव
आर्थिक दृष्टिकोण से यह समय प्रगति का होगा, लेकिन कुछ हद तक अनिश्चित भी रहेगा। तृतीय भाव में राहु देव साहसिक वित्तीय निर्णयों को बढ़ावा देंगे। आप प्रौद्योगिकी, मीडिया और यात्रा क्षेत्रों में निवेश से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
व्यवसायी अपने उपक्रमों का विस्तार कर सकते हैं और नए सहयोग से लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, अष्टम भाव में केतु देव यात्रा, कानूनी मामलों या उच्च शिक्षा से जुड़े अप्रत्याशित खर्चों का कारण बन सकते हैं। इसलिए, वित्तीय मामलों की योजना सावधानी से बनाएं और अनावश्यक जोखिम से बचें।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
स्वास्थ्य के लिहाज से यह गोचर अनुशासन की मांग करेगा। तृतीय भाव में राहु देव ऊर्जा स्तरों में उतार-चढ़ाव ला सकते हैं, जिससे आप बेचैनी या चिंता का अनुभव कर सकते हैं। अष्टम भाव में केतु देव व्यस्तता के कारण स्वास्थ्य को नजरअंदाज करने की प्रवृत्ति उत्पन्न कर सकते हैं।
नियमित व्यायाम, ध्यान और संतुलित आहार को अपनाना जरूरी होगा। इसके अलावा, अधिक श्रम से बचें और मानसिक थकावट से बचने के लिए उचित नींद लें।
पारिवारिक और दांपत्य जीवन पर प्रभाव
पारिवारिक मामलों में तृतीय भाव में राहु देव भाई-बहनों और करीबी रिश्तेदारों के साथ संबंधों को मजबूत कर सकते हैं। आप पारिवारिक मामलों में नेतृत्व कर सकते हैं या संघर्षों के समाधान के लिए मध्यस्थ का कार्य कर सकते हैं।
हालांकि, अष्टम भाव में स्थित केतु देव परिवार के बुजुर्गों या पिता के साथ विचारों में भिन्नता उत्पन्न कर सकते हैं। अनावश्यक तकरार से बचें और पारिवारिक वार्तालाप में धैर्य रखें।
शिक्षा पर प्रभाव
यह गोचर विद्यार्थियों के लिए कुछ हद तक ध्यान भटकने वाला हो सकता है, क्योंकि तृतीय भाव में राहु देव जिज्ञासा को बढ़ावा देंगे लेकिन ध्यान केंद्रित करने में कमी हो सकती है।
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अष्टम भाव में केतु देव पारंपरिक शिक्षा पद्धतियों में रुचि की कमी पैदा कर सकते हैं, और छात्रों को आत्म-अध्यान, शोध या असामान्य शिक्षा मार्गों की ओर प्रेरित कर सकते हैं। लगातार अभ्यास, अनुशासन और लक्ष्य के प्रति समर्पण ही शैक्षिक सफलता की कुंजी बनेगा।
(अगर आप श्री आनंद सागर पाठक को कोई फीडबैक देना चाहते हैं तो hello@astropatri.com पर ईमेल कर सकते हैं।)
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