'धर्म के आधार पर आरक्षण हमें मंजूर नहीं', कर्नाटक मॉडल को लेकर कांग्रेस की आलोचना के बीच शरद पवार का बड़ा बयान
राकांपा (शपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण की संकल्पना हमें मंजूर नहीं है। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ऐसा करने का प्रयास किया तो हम उसके विरुद्ध भी संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि धर्म के आधार पर आरक्षण दिया गया तो समाज में तनाव फैलेगा कटुता फैलेगी। इसलिए उस रास्ते पर जाना ही नहीं है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। राकांपा (शपा) के अध्यक्ष शरद पवार आज धर्म के आधार पर आरक्षण दिए जाने के मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते नजर आए, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से प्रधानमंत्री सहित अन्य भाजपा नेता आरक्षण का कर्नाटक मॉडल के बहाने कांग्रेस एवं आईएनडीआईए गठबंधन को घेरते दिख रहे हैं। पवार ने आज साफ किया कि धर्म के आधार पर आरक्षण उन्हें मंजूर नहीं है।
शरद पवार ने क्या कुछ कहा?
शरद पवार आज कोल्हापुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण की संकल्पना हमें मंजूर नहीं है। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ऐसा करने का प्रयास किया, तो हम उसके विरुद्ध भी संघर्ष करेंगे। पवार ने कहा,
यदि धर्म के आधार पर आरक्षण दिया गया तो समाज में तनाव फैलेगा, कटुता फैलेगी। इसलिए उस रास्ते पर जाना ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम जाति आधारित जनगणना की बात इसलिए कर रहे हैं, ताकि समाज का जो वंचित घटक है, अभी तक मुख्यधारा से बाहर है, उनकी संख्या कितनी है, यह जानने में मदद मिल सके।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों महाराष्ट्र में हुई अपनी सभाओं में आरक्षण के कर्नाटक मॉडल का प्रमुखता से उल्लेख करते हुए कहा था कि कांग्रेस एवं आईएनडीआईए गठबंधन धर्म के नाम पर आरक्षण देकर अनुसूचित जाति एवं ओबीसी के आरक्षण पर डाका डालने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि ओबीसी समाज पर इस भाषण के असर का अनुमान लगाकर ही शरद पवार ने आज धर्म के आधार पर आरक्षण को गलत बताया है।
शरद पवार आज महाराष्ट्र में पांच चरणों में चुनाव कराए जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यहां पांच चरणों में चुनाव इसलिए कराए जाते हैं, ताकि प्रधानमंत्री को अधिक से अधिक प्रचार का मौका मिल सके। उन्हें महाराष्ट्र में बार-बार आने का मौका मिले।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपनी सभाओं में मूलभूत मुद्दों से हटकर उनसे ध्यान भटकाने वाले मुद्दों की बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नकल उतारते हुए शरद पवार ने कहा कि शरद पवार और उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री को संतुष्टि नहीं मिलती।