West Bengal News: बंगाल में बढ़े खाने-पीने की चीजों के दाम, भैया दूज की खरीददारी जेब पर पड़ी भारी
बंगाल में खाने-पीने की चीजों की कीमतें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं जिससे लोग काफी परेशान हैं। महंगाई पर लगाम कसने के लिए राज्य सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया था लेकिन ये भी निष्क्रिय साबित हुए हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में खाद्य पदार्थों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि पर लगाम कसने के लिए राज्य सरकार की ओर से टास्क फोर्स का गठन किया गया था लेकिन यह महज नाम की नजर आ रही है। दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा और काली पूजा के बाद बंगाल के लोगों को भाई फोटा (भैया दूज) का बेसब्री से इंतजार रहता है लेकिन भैया दूज से दो दिन पहले से ही बाजार में खाद्य पदार्थों के दाम आसमान चढ़ गए हैं, जिससे आम लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
कोलकाता के मानिकतला, गरियाहाट, कालेज स्ट्रीट, लैंसडाउन से लेकर विभिन्न बाजारों में खाद्य पदार्थों के दाम काफी बढ़े हुए हैं। फोरम आफ ट्रेडर्स आर्गनाइजेशन के महासचिव एवं राज्य सरकार द्वारा गठित टास्क फोर्स के सदस्य रवींद्रनाथ कोले ने सफाई देते हुए कहा कि हर साल लक्ष्मी पूजा से भाई फोटा तक खाद्य सामग्रियों के दाम थोड़ा चढ़े रहते हैं। ठंड पड़ने पर चीजों के दाम फिर से घटने शुरू हो जाते हैं। वहीं, वेस्ट बंगाल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं टास्क फोर्स के अन्य सदस्य कमल दे ने बताया कि उर्वरकों के दाम काफी बढ़े हैं।
ईंधन के दाम में भी काफी बढ़ोतरी हुई है जिस कारण किसानों को खेतों से बाजार तक अनाज व सब्जियां पहुंचाने में परिवहन पर काफी रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। इस कारण उन्हें दाम बढ़ाने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
ट्रेनों के वेंडर डिब्बों में 200 किलो से ज्यादा अनाज वहन नहीं किया जा रहा। इस कारण भी किसानों को ज्यादा पैसे खर्च करके सड़क मार्ग से उन्हें ले जाना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोलकाता के बाजारों में बुधवार को ज्योति आलू 28 से 30 रुपये प्रति किलो की दर से बिका, जबकि प्याज का भाव 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया।
एक उपभोक्ता ने कहा कि आलू-प्याज रोजमर्रा की जरूरत की चीजें हैं। इन दोनों चीजों के दाम कई दिन से कम नहीं हो रहे हैं। आदमी खाएगा क्या? वहीं चिकन का दाम प्रति किलो 180 रुपये से बढ़कर 200 रुपये हो गया है।
मटन का दाम 780 रुपये किलो हो गया है। एक किलो से ज्यादा वजन वाली हिलसा मछली 1,800 से 1,900 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है।
कातला मछली 850 रुपये प्रति किलो के दर से बिक रही है। आम लोगों का कहना है कि टास्क फोर्स सिर्फ नाम की है। वह पूरी तरह निष्क्रिय है। उसके सदस्य नियमित रूप से बाजार का मुआयना नहीं करते हैं। राज्य प्रशासन अगर सक्रिय रहता तो चीजों के दाम इस तरह से नहीं बढ़ते।
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