डॉ. योगानंद शास्त्री की कांग्रेस में हुई वापसी, 2020 में मतभेदों के चलते NCP में हुए थे शामिल
डॉ. योगानंद शास्त्री ने 2020 में दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा से मतभेदों के चलते इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह नवंबर 2021 में एनसीपी में शामिल हो गए थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली थी। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी नेहरू के समय में थी वो नहीं रही है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियों के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. योगानंद शास्त्री वापस कांग्रेस में आ गए हैं। कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उनकी घर वापसी करवाई।
मालूम हो कि डॉ. शास्त्री ने 2020 में दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा से मतभेदों के चलते इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह नवंबर 2021 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी जो जवाहरलाल नेहरू के समय में थी, वो नहीं रही है, वो बदल गई है। इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। जो लोग पार्टी में कुछ योगदान देना चाहते है, पार्टी की तरफ से उन्हें कोई महत्व नहीं दिया जाता।
योगानंद शास्त्री दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे
योगानंद शास्त्री साल 2008 से लेकर 2013 के बीच दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके साथ ही कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे थे। बता दें, आज ही दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो गए। उनके साथ दिल्ली के कई पूर्व विधायक भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।