झारखंड में क्यों हो रही बेमौसम बारिश, मौसम विभाग ने बता दी बड़ी वजह; पढ़ें कब तक होगा बैशाख में सावन का एहसास?
Jharkhand Weather Forecast झारखंड के कई हिस्सों में मंगलवार शाम को हुई बारिश ने तपती गर्मी से राहत दिलाई है लेकिन गर्जन के साथ वज्रपात अपने साथ आफत भी ले आया है। मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक मौसम के इसी तरह रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। इस दौरान तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि का भी अनुमान लगाया गया है।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह। Jharkhand Weather Update : तपती गर्मी में झुलस रहे गिरिडीह को बीते दो दिन से हो रही बूंदाबांदी ने आंशिक राहत दी है। मंगलवार को भी दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला और कई इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। तेज रफ्तार में हवा भी चली।
बुधवार सुबह को भी हल्की बूंदाबांदी हुई। बहरहाल, अगले दो-तीन दिनों तक मौसम के इसी तरह रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। काले बादलों से घिरा आसमान इन दिनों बैशाख में सावन-भादो का एहसास करा रहा है।
साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ करा रहे बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वरीय विज्ञानी अभिषेक आनंद के अनुसार, वर्तमान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश में बना है, वहीं ओडिशा से राजस्थान तक ट्रफ का निर्माण हुआ है।
एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिणी झारखंड पर केंद्रित था, जो इसके साथ मर्ज कर गया है। इस वजह से पूरे राज्य में फिलहाल बारिश की संभावना बनी हुई है।
यह बारिश गर्जन और वज्रपात वाली है। बारिश के समय में कई जगहों पर ओलावृष्टि भी देखने को मिल रही है। इधर, गिरिडीह से सटे देवघर और धनबाद में भी अगले दो-तीन दिनों तक बारिश की संभावना जताई गई है।
11 अप्रैल तक ऐसा ही बना रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, आठ और नौ मई को हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश संभव है। 10 और 11 मई को भी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। बारिश के साथ गर्जन और वज्रपात की भी संभावना है।
मुख्य रूप से जब गर्जन वाले बादल आएंगे, उसी समय यह बारिश देखने को मिलेगी। इस दौरान तेज हवा व ओलावृष्टि का भी पूर्वानुमान जताया गया है। बारिश की वजह से अगले चार दिनों तक अधिकतम तापमान में चार से छह डिग्री तक की गिरावट देखने को मिलेगी।
तेज रफ्तार से चली हवा, पेड़ों की टहनियां टूटीं
मंगलवार को बारिश के साथ करीब 40 से 50 घंटे प्रति किलोमीटर की रफ्तार से हवा चली। बुधवार को भी यही स्थिति रही। तेज हवा की वजह से कई जगहों पर पेड़ों की टहनियां टूटकर गिर गईं। वहीं नौ और 10 मई को 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई गई है।
विभाग ने की सावधानी बरतने की अपील
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार, चूंकि यह बारिश वज्रपात वाली है, इसलिए बारिश के समय खास तौर पर पेड़ व बिजली के खंभों के नीचे ना रहें। वहीं इस दौरान इलेक्ट्रानिक उपकरणों के इस्तेमाल में भी सावधानी बरतने की अपील की गई है।
अगले चार दिनों तक गिरिडीह का तापमान
दिन | अधिकतम | न्यूनतम |
गुरुवार | 31 | 21 |
शुक्रवार | 32 | 22 |
शनिवार | 32 | 23 |
रविवार | 35 | 23 |
ये भी पढ़ें: