Move to Jagran APP

Gold Demand: सोने की कीमतों में उछाल के बाद भी कम नहीं हो रही डिमांड, मार्च तिमाही में आई 8 फीसदी की तेजी

Gold Demand सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिली है। इसके बावजूद भी सोने की डिमांड में लगातार तेजी जारी है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) ने Gold Demand Trends Q1 2024 नाम से रिपोर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार मार्च तिमाही में भारत में सोने की मांग में 8 फीसदी की तेजी आई। पढ़े पूरी खबर...

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Published: Tue, 30 Apr 2024 12:24 PM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2024 12:24 PM (IST)
Gold Demand: सोने की कीमतों में उछाल के बाद भी कम नहीं हो रही डिमांड

पीटीआई, नई दिल्ली। भारत में सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है। भारत में सोने की मांग में भी लगातार तेजी देखने को मिली है। सोने की मांग को लेकर वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) ने रिपोर्ट पेश किया है।

loksabha election banner

रिपोर्ट के अनुसार मार्च तिमाही में गोल्ड की मांग में 8 फीसदी (136.6 टन) की वृद्धि दर्ज हुई है। बढ़ती मांग की वजह से सोने की कीमतों में उछाल आया है। बता दें कि गोल्ड की कीमत 74,000 के पार पहुंच गई है।

सोने में आई तेजी को देखते हुए आर्थिक सलाहकार ने अनुमान लगाया है कि इस साल के अंत में सोना 1 लाख रुपये तक पहुंच सकता है।

कितनी बढ़ी सोने की मांग

इस साल जनवरी-मार्च अवधि के दौरान गोल्ड की तिमाही औसत कीमतों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत में सोने की मांग सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 75,470 करोड़ रुपये हो गई।

आज वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने वैश्विक रिपोर्ट 'Gold Demand Trends Q1 2024' जारी किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में गोल्ड की मांग में तेजी आई। भारत में सोने की ज्वेलरी और गोल्ड इन्वेस्टमेंट दोनों मामलों में तेजी आई है।

भारत की कुल सोने की मांग इस साल जनवरी-मार्च में बढ़कर 136.6 टन हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 126.3 टन थी। भारत में ज्वेलरी की मांग में 4 फीसदी बढ़कर 95.5 टन हो गया है। इसका मतलब है कि कुल डिमांड 19 फीसदी से बढ़कर 41.1 टन हो गया है।

यह भी पढ़ें- Ayushman Bharat Yojana: योजना के हैं पात्र पर नहीं बन रहा है आयुष्मान कार्ड, तुरंत इस नंबर पर करें संपर्क

डब्ल्यूजीसी के भारत रिजनल सीईओ सचिन जैन ने कहा

सोने की मांग में वृद्धि भारतीयों के सोने के साथ स्थायी रिश्ते की पुष्टि करती है। भारत का निरंतर मजबूत व्यापक आर्थिक माहौल सोने के आभूषणों की खपत के लिए सहायक था, हालांकि मार्च में कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं, जिससे तिमाही समाप्त होने के साथ ही बिक्री में मंदी आ गई।

वह आगे कहते हैं कि मेरा अनुमान है कि इस साल के अंत में सोने की मांग 747.5 टन हो सकती है। किस फैक्टर की वजह से सोने की मांग में तेजी आई? इस सवाल का जवाब देते हुए जैन ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि

दुनिया के पूर्वी बाजार जिसमें भारत और चीन आते हैं वह सोने की कीमतों में गिरावट या उतार-चढ़ाव आती है तब प्रतिक्रिया देती है। वहीं, पश्चिमी बाजार सोने की कीमतों के बढ़ जाने पर प्रतिक्रिया देता है।

यह भी पढ़ें- Financial Rule Change कल से बदल जाएंगे पैसों से जुड़े ये नियम, आपकी मंथली बजट पर पड़ेगा असर

 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.