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इस खूबसूरत बुग्याल पर ट्रैकिंग मजा उठाना उठा सकेंगे पर्यटक

आखिरकार चांइशिल बुग्याल पर पर्यटन विभाग की दृष्टि पड़ ही गई। उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने इस बुग्याल को 'ट्रैक ऑफ द इयर' घोषित किया है।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 07 Mar 2017 03:02 PM (IST)Updated: Wed, 08 Mar 2017 04:00 AM (IST)
इस खूबसूरत बुग्याल पर ट्रैकिंग मजा उठाना उठा सकेंगे पर्यटक

उत्तरकाशी, [शैलेंद्र गोदियाल]: आखिरकार चांइशिल बुग्याल (पहाड़ के बीच घास के हरे-भरे मैदान) पर पर्यटन विभाग की दृष्टि पड़ ही गई। हिमाचल सीमा से सटे इस बुग्याल में हिमाचल प्रदेश तो लंबे समय से पर्यटन गतिविधियां संचालित कर रहा है, लेकिन उत्तराखंड ने कभी इस पर ध्यान ही नहीं दिया। 

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अब उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने इस बुग्याल को 'ट्रैक ऑफ द इयर' घोषित किया है। इससे मोरी ब्लाक के कई गांवों के विकास के साथ ग्रामीणों के लिए रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। 

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उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लाक में करीब 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चांइशिल बुग्याल पहुंचने के लिए मोरी से दो और हिमाचल प्रदेश के रोहडू़ से होकर एक ट्रैक रूट जाता है। 

इस रूट से चांइशिल पहुंचने के लिए सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी ही पैदल नापनी पड़ती है। जबकि, मोरी से जाने वाले पहले ट्रैक में  आराकोट से मौंडा तक तो सड़क सुविधा है, लेकिन इससे आगे करीब दस किलोमीटर पैदल चलना होता है। 

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दूसरे ट्रैक में मोरी से दोणी तक सड़क सुविधा है। इसके बाद दोणी, भितरी सेवा गांव होते हुए भी बुग्याल तक पहुंचा जाता है। हिमाचल प्रदेश इस बुग्याल को चांशल बुग्याल या चांशल दर्रा कहता है। इन दिनों हिमाचल पर्यटन विभाग यहां हिमक्रीड़ा का आयोजन करवा रहा है। इसमें बड़ी संख्या में पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है।

इस ट्रैक पर जगह-जगह भेड़ पालकों के कैंप लगे होते हैं। चांइशिल पहुंचने पर स्वर्गारोहिणी, कालानाग व बंदरपूंछ हिमशिखरों के दर्शन होते हैं। करीब 15 वर्ग किलोमीटर में फैले इस बुग्याल में कई ताल भी हैं, लेकिन उत्तराखंड पर्यटन विभाग की ओर से प्रचार-प्रसार न होने के कारण इस बुग्याल तक उत्तराखंड की ओर से पर्यटक नहीं जा पा रहे। नतीजा मोरी विकासखंड के गांवों को इस सुंदर बुग्याल का फायदा नहीं मिल पा रहा।

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खैर! अब उत्तराखंड पर्यटन विभाग की नजर इस पर पड़ी है तो ग्रामीणों की उम्मीद जागना स्वाभाविक है। बीते सप्ताह देहरादून में पर्यटन विभाग ने इस बुग्याल को ट्रैक आफ द इयर घोषित कर मई-जून में इस रूट पर ट्रैकिंग शुरू कराने का निर्णय लिया। मौंडा की प्रधान माया देवी कहती हैं कि हिमाचल ने तो हमारे बुग्याल को हिमक्रीड़ा स्थल बना दिया। हालांकि, अब उम्मीद है कि उनके गांव के भी दिन बहुरेंगे। 

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक मोरी ब्लाक में पड़ने वाले चांइशिल बुग्याल को ट्रैक ऑफ द इयर घोषित किया गया है। अब वहां पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही विभाग ट्रैकिंग रूट को भी दुरुस्त करेगा। पर्यटन गतिविधियों से स्थानीय लोगों को जोड़ा जाएगा, ताकि उन्हें रोजगार मिल सके।

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