टिहरी में शिकारी दल ने तेंदुए को किया ढेर, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
टिहरी जनपद के देवप्रयाग में आतंक का पर्याय बने तेंदुए को शिकारी दल ने ढेर कर दिया। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
देवप्रयाग, [जेएनएन]: सजवाण कांडा क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने तेंदुए को शिकारी दल ने ढेर कर दिया। बुधवार रात को शिकारी की गोली का निशाना बना तेंदुआ घायल होकर भाग निकला था, जिसे गुरुवार तड़के टुंगरियाल कांडा गांव के समीप ढेर किया गया।
बीती 23 अगस्त को सजवाण कांडा में तेंदुए ने मासूम सोनम को निवाला बना लिया था। इसके बाद वन विभाग ने 29 अगस्त को मादा तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया था, जिसे ग्रामीण मौके पर ही मारने की मांग कर रहे थे। आखिर क्षेत्र में शिकारी जाय हुकिल व वन विभाग की टीम को तैनात किए जाने पर ग्रामीण शांत हुए थे। शिकारी जॉय हुकिल ने बताया कि सजवाण कांडा उप प्रधान दरम्यान सिंह ने उन्हें बुधवार रात 9 बजे तेंदुए को देखे जाने की सूचना दी, जिस पर वन कर्मी यशवंत चौहान के साथ वह मौके पर पहुंचे।
गांव से दस मीटर दूर उन्हें तेंदुआ दिखाई दिया। तेंदुआ उनकी ओर झपटने आया तो जॉन हुकिल ने गोली चला दी, जो तेंदुए की कमर पर लगी। घायल तेंदुआ अंधेरे में झाड़ियों में ओझल हो गया। गुरुवार सुबह 6 बजे तेंदुआ करीब 600 मीटर दूर रणढुंगी में दिखाई दिया। खून के धब्बों के सहारे शिकारी जॉय हुकिल वहां तक पहुंचे। उन्होंने निशाना साधकर गोली चलाई, जो तेंदुए के सिर पर लगी और वह ढेर हो गया। तेंदुए के मारे जाने की खबर लगते ही ग्रामीण मौके पर उमड़ पड़े।
पढ़ें:-आखिरकार पिंजरे में फंसा नरभक्षी तेंदुआ, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
तेंदुए को मरा पड़ा देखकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। उन्होंने शिकारी जॉय हुकिल को फूल-माला पहनाई। तेंदुए का वन विभाग परिसर देवप्रयाग में पशु चिकित्सक डॉ. संदीप तलवार ने पोस्टमार्टम किया। इस अवसर पर वन विभाग के एसडीओ डीपी बलूनी, रेंज केएस रावत, दिनेश गौरोला, राम सिंह, लाल सिंह सहित सजवाण कांडा के प्रधान भूमा देई, क्षेपं सदस्य रजनी टोडरिया, प्रधान देवेंद्र भंडारी आदि मौजूद थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।