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    नारी गांव में पांडव नृत्य देखने को उमड़ रहे हैं लोग

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Sun, 27 Nov 2016 03:00 AM (IST)

    रुद्रप्रयाग के तल्लानागपुर के नारी गांव में पांडव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान पांडवों से संबंधित कथा नृत्य के माध्यम से बताई जा रही है।

    रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: तल्लानागपुर के नारी गांव में पांडव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। 17 दिनी कार्यक्रम में पांडवों से संबंधित कथा नृत्य के माध्यम से बताई जा रही है। इसमें चक्रव्यूह, गैंडा कौथिग समेत कई नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी। बड़ी संख्या में लोग पांडव नृत्य देखने के लिए पहुंच रहे हैं।

    मान्यता है कि अपनी केदार यात्रा के दौरान पांडव विभिन्न स्थानों पर अतिथि के रूप में रहे थे। पांडवों ने नारी के ग्रामीणों को महाभारत की कथा सुनाई थी। यह प्राचीन मौखिक धरोहर पंडवाणी के रूप में पांडव नृत्य के दौरान गाई जाती है और महाभारत पांडव नृत्य के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। नारी गांव सतेराखाल में 21 नवम्बर से पांडव नृत्य का आयोजन श्री तुंगनाथ चंडिका मंदिर परिसर में प्रारंभ हो गया है।

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    पांडव नृत्य समिति सदस्य राजमोहन सिंह जगवाण ने बताया कि पांडव नृत्य के साथ-साथ महाभारत की विभिन्न लीलाओं का मंचन भी किया जा रहा है। 26 नवम्बर को रात्रि में गैंडा कौथिक, अर्जुन-नागार्जुन युद्ध, दो दिसंबर को चक्रव्यूह का मंचन, चार को हाथी-दुर्योधन वध, पांच को गंगा स्नान, छह को मोरू डाली कल्प वृक्ष पूजा एवं सात को विधिवत मत्रोंच्चारण के साथ पांडव नृत्य का समापन होगा।

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