Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शाम ढलते ही इस मंदिर का रास्ता हो जाता है खतरनाक, जानने को क्लिक करें...

    By BhanuEdited By:
    Updated: Wed, 13 Jul 2016 09:13 AM (IST)

    पिछले करीब दस दिनों से शाम होते ही सिद्धबली मंदिर के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन हाथियों का एक झुंड उतर रहा है। इससे यह रास्ता रात के समय खतरे से खाली नहीं है।

    कोटद्वार, [जेएनएन]: शाम ढलने के बाद यदि आप कोटद्वार के सिद्धबली मंदिर की ओर घूमने जा रहे हैं, तो अगले कुछ दिनों के लिए इस कार्यक्रम को बदल दीजिए। कारण यह है कि इस मंदिर का रास्ता रात के समय खतरनाक साबित हो सकता है। आइए आपको बताते हैं कि रात को यहां किस तरह का खतरा है।
    पिछले करीब दस दिनों से शाम होते ही सिद्धबली मंदिर के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन हाथियों का एक झुंड उतर रहा है। दस हाथियों वाले इस झुंड में एक शिशु हाथी भी शामिल है। इसकी सुरक्षा के चलते हाथियों का यह झुंड काफी आक्रामक नजर आ रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पढ़ें-बेटे ने दिखाई दिलेरी, तेंदुए के चंगुल से मां को बचाया
    इस झुंड में शामिल हाथियों ने पिछले दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे वन विभाग के पार्क की दो दीवारों को भी तोड़ डाला। चार दिन पूर्व झुंड में शामिल एक हाथी ने श्री सिद्धबली मंदिर में रह रहे एक साधु पर भी हमला करने का प्रयास किया। इस साधु ने किसी तरह खुद की जान बचाई।

    पढ़ें:-उत्तराखंड में होगी बाघों की गणना, वन विभाग ने की तैयारी
    इतना ही नहीं, पिछले कुछ दिनों से हाथियों का यह झुंड वन विभाग के आवासीय परिसर में घुस रहा है। इससे कॉलोनीवासियों में भी भय का माहौल है।

    पढ़ें: रामनगर के टेड़ा गांव में दिखे बाघ की जंगल में मौत

    प्रभागीय वनाधिकारी नीतीशमणि त्रिपाठी ने बताया कि भारी उमस के कारण हाथी जंगल से बाहर खुले स्थान की ओर आ रहे हैं। तिलवाढांग चौकी के आसपास हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने लोगों से भी रात के वक्त इस क्षेत्र में न जाने का आग्रह किया है।

    पढ़ें: आपदा के बाद प्रभावितों पर नया संकट, गुलदार का हमला