जंगली जानवर रौंद रहे फसल, किसानों के निवाले पर संकट
श्यामपुर क्षेत्र में हाथी और जंगली जानवर किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। जंगली जानवर अब तक सैंकड़ो बीघा फसल बर्बाद कर चुके हैं।
लालढांग, हरिद्वार [जेएनएन]: श्यामपुर क्षेत्र में हाथी और जंगली जानवर किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। रात के समय अक्सर हाथी खेतों में घुसकर धान और गन्ने की फसल को तहस नहस कर ग्रामीणों का निवाला छीन रहे हैं। जंगली जानवर अब तक सैंकड़ो बीघा फसल बर्बाद कर चुके हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग क्षेत्र में बराबर गश्त नहीं कराता है। इससे फसलों के नुकसान से उनके पेट भरने का संकट खड़ा हो रहा है।
क्षेत्र के दर्जनों गांव जंगल से सटे हैं। इस कारण जंगली जानवरों के साथ ही हाथी का आतंक भी अधिक है। हाथी और जंगली जानवर रात को खेत में फसल को तहस नहस कर देते हैं।
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गत देर रात हाथी ने कांगड़ी और गाजीवाली में कई किसानों की फसल तहस नहस करने के बाद विश्नोई शर्मा के घर की चाहरदीवारी भी तोड़ दी। ग्रामीण सोनू, अरुण, राजेन्द्र और राघवानंद ने बताया कि हाथी और जंगली जानवरों से काफी परेशान है। कहा कि दिन भर तो बंदर साग सब्जी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं रात को हाथी, सुअर और नील गाय फसल के दुश्मन बने बैठे हैं। उन्होंने कहा कि यदि वन विभाग की टीम क्षेत्र में बराबर गश्त करे तो जंगली जानवरों का प्रवेश बंद हो जाएगा।
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नुकसान का किया जा रहा है आंकलन
श्यामपुर के रेंजर वाईएस राठौर के मुताबिक पूरे क्षेत्र में जानवरों की ओर से पहुंचाए गयए नुकसान का लेखा जोखा किया जा रहा है। अभी तक जिन किसानों ने भी मुआवजे के लिए प्रार्थना पत्र दिया है, उनका आंकलन किया जा रहा है। आंकलन करने के बाद ही कुल नुकसान का सही पता चल पायेगा।
ये गांव हैं प्रभावित
कांगड़ी, गाजीवाली, श्यामपुर, बहार पीली, पीली पड़ाव, रसूलपुर, आर्यनगर, टाटवाला, गुर्जर बस्ती सहित दर्जनों गांव जंगली जानवरों के नुकसान से प्रभावित हैं। सबसे ज्यादा नुकसान पीली पड़ाव और टाटवाला के साथ ही उन गांवों में हो रहा है जंगल से एकदम सटे हुए हैं। अकेले पीली पड़ाव के ही करीब 45 किसानों ने फसल के मुआवजे की मांग की है।
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