सिपाही की गुंडागर्दी, नेपाल के यात्रियों से मारपीट कर लूटे 56 हजार
हरिद्वार में नेपाल के चार यात्रियों से लूट का मामला सामने आया है। यह लूट किसी और ने नहीं बल्कि रोडवेज बस अड्डे पर तैनात सिपाही ने की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरिद्वार, [जेएनएन]: नेपाल जाने के लिए रोडवेज बस अड्डे पहुंचे नेपाल मूल के यात्रियों के साथ मारपीट कर शहर कोतवाली में तैनात सिपाही ने 56 हजार लूट लिए। प्रकरण का खुलासा होने के बाद सिपाही ने पीडि़तों को छब्बीस हजार रुपये देकर लौटाने के भरसक प्रयास किए, लेकिन रोडवेज कर्मचारी यूनियन के हस्तक्षेप के बाद सिपाही के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी कृष्णकुमार वीके ने मायापुर पुलिस चौकी पहुंचकर सिपाही को जमकर फटकार लगाई।
जानकारी के अनुसार ग्राम रुपाकोट थाना जाजरकोट जिला जाजरकोट नेपाल निवासी नंदा कार्की पुत्र तिलकवीर, खेमबहादुर अधिकारी पुत्र मनबहादुर, प्रकाश व कमल पुत्रगण नंदा कार्की हिमाचल प्रदेश के रोहड़ में सेब के ढुलान के कार्य दौरान मजदूरी का कार्य करते थे। शुक्रवार को चारों नेपाल जाने के लिए हिमाचल प्रदेश की बस से हरिद्वार रोडवेज बस अड्डे पहुंचे थे। चारों रोपडिय़ा जाने वाली बस का इंतजार रोडवेज बस अड्डे परिसर में कर रहे थे। इस दौरान बस अड्डे में रात्रि की ड्यूटी में तैनात सिपाही मनीष कुमार वहां पहुंच गया।
आरोप है कि मनीष कुमार ने चारों यात्रियों को रोककर पूछताछ की। चारों की बस अड्डे परिसर स्थित टैक्सी यूनियन में कपड़े उतरवाकर तलाशी ली। आरोप है कि सिपाही मनीष कुमार ने चारों यात्रियों के पास से 56 हजार रुपये बरामद किए और जेब में रख लिए। इसका यात्रियों ने विरोध किया। आरोप है कि सिपाही मनीष ने चारों की पिटाई कर दी। सिपाही ने झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इससे यात्री वहां से निकलकर सीधे रोडवेज बस अड्डे परिसर स्थित हरिद्वार डिपो के कार्यालय पहुंचे। यहां कैशियर रफल सिंह को यात्रियों ने प्रकरण की जानकारी दी।
इसकी जानकारी सिपाही मनीष को लगी, जिस पर सिपाही ने दस हजार दोनों यात्रियों को लौटा दिए। इसके बाद भी यात्री नहीं गए और रोडवेज बस अड्डे पर ही रुके रहे। शनिवार की सुबह दोबारा से यात्री बस अड्डे स्थित यूनियन कार्यालय पहुंचे, जहां रोडवेज कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद एआरएम कार्यालय में तैनात बाबू योगेश शर्मा ने अवकाश के बावजूद बस अड्डे पहुंचकर चौकी प्रभारी रमेश सैनी से संपर्क किया। चौकी प्रभारी के पहुंचने पर कर्मियों ने सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान मामले को रफा-दफा करने में पुलिस के ढील बरतने पर कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष जल सिंह ने कोतवाली निरीक्षक चंद्रभान सिंह को फोन कर कार्रवाई नहीं होने पर चक्का जाम की चेतावनी दी।
इस चेतावनी के बाद कोतवाल मायापुर पुलिस चौकी पहुंचे, जहां सिपाही मनीष को भी हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान पहुंचे एसएसपी कृष्णकुमार वीके का पारा चढ़ गया। एसएसपी ने सिपाही को फटकार लगाने के साथ ही उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। एसएसपी कृष्णकुमार वीके ने बताया कि जांच की जा रही है। सिपाही वर्ष 2006 बैच का है।
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