Move to Jagran APP

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के सामने कार्यकर्ताओं में हाथापाई

हरिद्वार में भाजपा सप्तऋषि मंडल की कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के सामने ही मंडल चुनाव को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में हाथापाई ही नहीं हुई, बल्कि नौबत मारपीट तक जा पहुंची।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 16 Aug 2016 03:21 PM (IST)Updated: Tue, 16 Aug 2016 04:03 PM (IST)
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के सामने कार्यकर्ताओं में हाथापाई

हरिद्वार, [जेएनएन]: हरिद्वार में भाजपा सप्तऋषि मंडल की कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के सामने ही मंडल चुनाव को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में हाथापाई ही नहीं हुई, बल्कि नौबत मारपीट तक जा पहुंची। वरिष्ठ लोगों के बीचबचाव करने पर मामले को शांत किया जा सका। बाद में भजापा नेताओं ने इसे अंदरुनी मामला बताते हुए किसी तरह की हाथापाई व मारपीट से इन्कार किया।
दरअसल डामकोठी गेस्ट हाउस में भाजपा नेता सुनील सेठी सप्तॠषि मंडल की कार्यकारिणी के चुनाव में गड़बड़ी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से शिकायत करने पहुंचे। इस पर वहां मौजूद भाजपा के कुछ लोगों ने सुनील सेठी को कांग्रेसी बता उनका विरोध करना शुरू कर दिया।

loksabha election banner

पढ़ें-उत्तराखंड: द ग्रेट खली के 'दांव' से कांग्रेस को झटका
इस दौरान मौके पर जमकर हंगामा हुआ। हंगामा बढ़ते देख इस अजय भट्ट ने उन्हें अपने कमरे से बाहर कर दिया। आरोप है कि बाहर आने के बाद सुनील सेठी और भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी से भिड़ गए। दोनों में गाली गलौच के बाद हाथापाई के साथ ही मारपीट की नौबत आ गई।

पढ़ें:-उत्तराखंड: कांग्रेस छोड़ने वाले विधायक बागी नहीं त्यागी: पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी
इस पर वहां मौजूद अन्य लोग मामला शांत कराकर सुनील सेठी को वहां से बाहर ले गए। साथ ही कुछ लोगों ने सुनील सेठी को फर्जी व्यापारी नेता भी बताया।


इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट कमरे में ही रहे और बाहर नहीं निकले। बाद में उन्होंने किसी भी झगड़े की बात से इंकार किया। भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश राठौर ने भी ऐसी किसी कहासुनी से इंकार किया।

पढ़ें: सपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए अब्दुल मतीन सिद्दीकी
इससे पूर्व बैठक में अजय भट्ट ने हरीश रावत सरकार पर जमकर निशाना साधा। आरोप लगाया कि केंद्र की योजनाओं पर काम कराने में ठेकेदारों से कमीशन लिया जा रहा है।

पढ़ें-उत्तराखंडः हरीश रावत और यशपाल आर्य के बीच भरोसे का संकट
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिना योजना बनाए ही सरकार काम कर रही थी। भाजपा के विरोध के बाद बजट के लिए प्लानिंग शुरू की। इसमें छह महीने बीत गए, लेकिन केंद्र का बजट सरकार खर्च नहीं कर पा रही है।
पढ़ें- उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के सभी मामलों की हो न्यायिक जांचः किशोर

पढ़ें:-सपा छोड़ने का सिद्दिकी को मिला ईनाम, सीएम ने थमाया सरकारी ओहदा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.