नहीं माने शिवानंद, अब सीएम मनाएंगे
गंगा व सहायक नदियों में अवैध पर रोक लगाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती को मनाने को लेकर दिन भर शासन जुटा रहा। खनन बंद करने को लेकर शासन की सहमति के बावजूद उन्होंने अनशन नहीं तोड़ा। अब उन्हें मनाने को जल्द
हरिद्वार। गंगा व सहायक नदियों में अवैध पर रोक लगाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती को मनाने को लेकर दिन भर शासन जुटा रहा। खनन बंद करने को लेकर शासन की सहमति के बावजूद उन्होंने अनशन नहीं तोड़ा। अब उन्हें मनाने को जल्द ही मुख्यमंत्री मातृ सदन पहुंचेंगे।
मंगलवार को अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा स्वयं मातृ सदन पहुंचे और उन्होंने स्वामी शिवानंद से करीब ढाई घंटे लंबी वार्ता की। उनके साथ खनन निदेशक श्रीधर बाबू, सचिव गृह आर मिनाक्षी सुंदरम भी थे। इस दौरान सहमति बनी कि रायवाला से लेकर भोगपुर तक गंगा में खनन नहीं किया जाएगा। स्वामी शिवानंद शासन की बात तो सुनते रहे, लेकिन वह अनशन तोड़ने को राजी नहीं हुए।
उनका कहना है कि जब तक संपूर्ण गंगा की अविलता व निर्मल नहीं हो जाती तब तक उनका व्रत जारी रहेगी। इस दौरान उन्हें अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही मुख्यमंत्री हरीश रावत स्वयं मातृ सदन में उनसे मिलने आएंगे।
खनन के विरोध में मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिनानंद व आश्रम के संत स्वामी आत्मबोधानंद कनखल स्थित मातृ सदन में अनशन पर बैठे हैं। 21 मई से अनशन पर बैठे स्वामी शिवानंद दो बार जल व्रत भी कर चुके हैं। इस बीच मुख्यमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने हरिद्वार में गंगा में खनन पर लगी सभी पोकलैंड मशीनें हटा दी थी। इसके बावजूद स्वामी शिवानंद का अनशन जारी है।
पढ़ें- पोकलैंड से खनन पर रोक, शिवानंद ने किया जल ग्रहण