राजाजी टाइगर रिजर्व में कीजिए जंगल सफारी और रोमांच की सैर
राजाजी टाइगर रिजर्व की पर्यटक रेंज मंगलवार से सैलानियों के लिए खुल जाएगी। अब पर्यटक करीब छह माह तक राजा जी पार्क में जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे।
रायवाला, [जेएनएन]: एशियाई हाथी और टाइगर की प्रमुख सैरगाह राजाजी टाइगर रिजर्व की पर्यटक रेंज मंगलवार से सैलानियों के लिए खुल जाएगी। शुभारंभ के लिए मोतीचूर व चीला रेंज के प्रवेश द्वार को सजाया गया है। अब पर्यटक करीब छह माह तक राजा जी पार्क में जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे।
राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर, चीला व हरिद्वार रेंज पर्यटकों की सबसे पंसदीदा रेंज है। प्राकृतिक संपन्नता से भरपूर इस पार्क में एशियाई हाथी, टाइगर, गुलदार, हिरण, चीतल, सांभर, काकड़, मोर, गिद्द सहित कई वन्य जीव व पक्षियों को देखा जा सकता है। यहां कई ऐसे पक्षी भी देखने को मिल जाते हें जो कि लुप्त प्रजातियों में दर्ज हैं। मुख्य रूप से हाथी संरक्षण के लिए प्रसिद्ध इस पार्क में अब टाइगर भी बड़ी संख्या में हैं।
हर वर्ष शीतकाल में आने वाले प्रवासी पक्षी भी यहां के नदी के किनारे अपना बसेरा बनाते हैं। मंगलवार को पार्क के गेट पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मेहमानों के स्वागत के लिए प्रवेश द्वारों को फूलों से सजाया गया है। मोतीचूर के रेंज अधिकारी महेंद्र गिरि गोस्वामी व चीला के रेंज अधिकारी सुभाष घिल्ड़ियाल ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे पार्क निदेशक की मौजूदगी में गेट खोले जाएंगे।
राजाजी में है प्रकृति का अनमोल खजाना
भारत के प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण्यों में गिने जाने वाले राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में मोतीचूर, चीला, गौहरी, कांसरो, हरिद्वार, चिल्लावली, बेरीवाड़ा, धौलखंड पूर्वी व धौलखंड पश्चिमी रेंज व रवासन यूनिट शामिल हैं। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर व 820.42 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैले इस पार्क में पक्षियों की 315 व स्तनपायी की 23 प्रजाति पाई जाती हैं। गंगा व अन्य कई छोटी नदियां भी यहां से गुजरती हैं। पार्क की पर्यटक रेंजों के गेट प्रतिवर्ष 15 नवंबर से 15 जून के बीच पर्यटकों के लिए खोले जाते हैं।
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अबकी बारी एलीफेंट सफारी
एशियाई हाथी की प्रमुख सैरगाह राजाजी टाइगर रिजर्व में इस बार सैलानी एलीफेंट सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे। इसके लिए पार्क प्रशासन ने चीला रेंज में मुख्य गेट से जोगी मचान तक सात किलोमीटर का अलग से ट्रैक तैयार किया है। चीला में मौजूद राधा, रंगीली व राजा हाथी पर्यटकों को जंगल की सैर कराएंगे। वार्डन अजय शर्मा ने बताया कि हाथी सफारी की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, कार्बेट की तर्ज पर ही हाथी सफारी के रेट तय किए जाने हैं। मंगलवार को गेट खुलने के बाद सप्ताह भर के अंदर ही हाथी सफारी भी शुरू हो जाएगी।
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पर्यटकों को दी जाएगी सहूलियत
सफारी वेलफेयर सोसाइटी की बैठक में राजाजी पार्क में जिप्सियों के संचालन को लेकर बैठक हुई जिसमें पर्यटकों को बेहतर सुविधा दिए जाने पर चर्चा की गई। अध्यक्ष सुरेश चंद शर्मा व सचिव शशि राणाकोटी ने बताया कि पर्यटकों को पार्क क्षेत्र में प्रवेश के नियम व इस सफर में रखी जाने वाली सावधानियां, सुरक्षा, साफ सफाई आदि की जानकारी देने का दायित्व चालकों का भी है। बैठक में चालन परिचालन के नियम व पार्क क्षेत्र में जाने वाली गाड़ियों की सूची तैयार की गई। इको विकास समिति के माध्यम से पार्क में चलने वाले 18 वाहनों का पंजीकरण कराया गया है। इस दौरान उपाध्यक्ष संजय कुंडलिया, मनोज बिष्ट, आलम, नदीम, अजय, आकाश, खुशीराम, महेश, नीरज, संदीप आदि रहे।
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